अलीगढ़: एएमयू में 15 दिसम्बर को हुए बवाल के एक महीने पूरे होने पर एएमयू छात्र कोर्डिनेशन कमेटी की तरफ विरोध मार्च निकाला गया. इस मार्च को ब्लैक-डे नाम दिया गया. मार्च चुंगी गेट से बाबे सैय्यद गेट तक निकाला गया. इस दौरान छात्राओं ने काले रंग का हिजाब, कपड़े और छात्रों ने काली शेरवानी और जैकेट पहन कर विरोध जताया और कुलपति से इस्तीफा मांग की.
बाबे सैय्यद गेट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 30वें दिन छात्रों का प्रदर्शन जारी है. इस दौरान मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन के नेशनल सेक्रेटरी समीर, अतीब खान और अध्यक्ष असरफ अली ने छात्रों को संबोधित किया. वहीं सूफीयान प्रतापगढ़ी ने अपनी इंकलाबी शायरी से छात्रों की तालियां बटोरी.
ये भी पढ़ें- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं स्थगित, नई तिथियों की घोषणा जल्द
छात्र याकूब मुर्तजा ने कहा कि 15 दिसम्बर की घटना को लेकर प्रोटेस्ट जारी है. पुलिसवालों ने बर्बरता से छात्रों की पिटाई की थी. छात्रों की मांग है कुलपित व रजिस्ट्रार इस्तीफा दें. ये विश्वविद्यालय के जिम्मेदार हैं, लेकिन वे गायब हैं. छात्रों से नहीं मिले. वे केवल बाहर से ही छात्रों के साथ दिखते हैं. याकूब ने कहा कि क्या जिम्मेदार कुलपति बाहर से ही पत्र लिख कर छात्रों के साथ होना दर्शा रहे हैं. ये नहीं चलेगा.