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अलीगढ़: AMU के छात्रों ने मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च - Fast track courts

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के छात्रों ने मंगलवार शाम को मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं भाजपा सरकार में बढ़ी है और इसके खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र आवाज उठाते रहेंगे.

मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च
मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च
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Published : Dec 22, 2021, 9:35 AM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के छात्रों ने मंगलवार शाम को मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं भाजपा सरकार में बढ़ी है और इसके खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र आवाज उठाते रहेंगे. छात्रों ने मांग की है कि हर जिले में एक फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट (Fast track courts) हो, जहां लिंचिंग की घटनाओं से पीड़ित लोगों को इंसाफ मिले. वहीं, मॉब लिंचिंग करने वालों के खिलाफ शख्त कानूनी धाराओं में कार्रवाई की जाए.

अभी हाल ही में हरियाणा में घटी मॉब लिंचिंग की घटना के आरोपियों के खिलाफ हत्या की धाराओं के साथ ही सख्त कानूनी कार्रवाई किए जाने की भी मांग की गई. साथ ही जुलूस में शरीक छात्रों ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाना चाहिए. एएमयू छात्रों ने आर्ट फैकल्टी से लेकर बाबा सैयद गेट तक हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर प्रोटेस्ट मार्च निकाला. हरियाणा में राहुल खान की मॉब लिंचिग की घटना को लेकर एएमयू छात्रों ने रोष व्यक्त किया.

मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. छात्रों ने इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्राक्टर को सौंपा. जिसमें उन्होंने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हर जिले में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट बनाया जाए. ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द इंसाफ मिल सकें. लेकिन अब तक केवल 6 राज्यों में ही सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन किया गया है. भाजपा शासित राज्यों में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया गया है. छात्रों ने कहा कि देश में जो नफरत का माहौल बनाया जा रहा है. इस पर सरकार रोक लगाए. क्योंकि यह हिंदुस्तान के लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है.

मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च
मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च

इसे भी पढ़ें - जानें कौन थे यूपी के वो सीएम, जो अपनी जेब से भरते थे चाय तक का पैसा, पंडित नेहरू भी थे मुरीद

हिंदुस्तान एक ऐसी जम्हूरियत है, जहां हिंदू-मुस्लिम एकता के साथ रहते हैं. छात्रों ने कहा कि मॉब लिंचिंग पर रोक लगाने का काम सरकार का है. लेकिन अफसोस की बात यह है कि भाजपा की सरकार इसमें नाकाम रही है. छात्रों ने कहा कि किसी भी बेगुनाह इंसान को मारना मानवता के खिलाफ है. एएमयू के छात्र जानिब हसन ने बताया मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सियासत की जाती है. मुसलमानों के खून पर लोग वोटों की राजनीति करते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आज देश में भाजपा की सरकार है. लेकिन यह अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा रहे हैं. साथ ही षड्यंत्र किया जा रहा है.

अबू दिलबर सईद नाम के एक अन्य छात्र ने कहा कि भाजपा सरकार देश भर में मॉब लिंचिंग से संबंधित फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट का निर्माण नहीं करवा रही है. क्योंकि भाजपा को हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट हासिल करना है. उन्हें हिंदुस्तान के आवाम की कोई फिक्र नहीं है. भाजपा सिर्फ हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सियासत करती है.

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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के छात्रों ने मंगलवार शाम को मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं भाजपा सरकार में बढ़ी है और इसके खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र आवाज उठाते रहेंगे. छात्रों ने मांग की है कि हर जिले में एक फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट (Fast track courts) हो, जहां लिंचिंग की घटनाओं से पीड़ित लोगों को इंसाफ मिले. वहीं, मॉब लिंचिंग करने वालों के खिलाफ शख्त कानूनी धाराओं में कार्रवाई की जाए.

अभी हाल ही में हरियाणा में घटी मॉब लिंचिंग की घटना के आरोपियों के खिलाफ हत्या की धाराओं के साथ ही सख्त कानूनी कार्रवाई किए जाने की भी मांग की गई. साथ ही जुलूस में शरीक छात्रों ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाना चाहिए. एएमयू छात्रों ने आर्ट फैकल्टी से लेकर बाबा सैयद गेट तक हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर प्रोटेस्ट मार्च निकाला. हरियाणा में राहुल खान की मॉब लिंचिग की घटना को लेकर एएमयू छात्रों ने रोष व्यक्त किया.

मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. छात्रों ने इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्राक्टर को सौंपा. जिसमें उन्होंने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हर जिले में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट बनाया जाए. ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द इंसाफ मिल सकें. लेकिन अब तक केवल 6 राज्यों में ही सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन किया गया है. भाजपा शासित राज्यों में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया गया है. छात्रों ने कहा कि देश में जो नफरत का माहौल बनाया जा रहा है. इस पर सरकार रोक लगाए. क्योंकि यह हिंदुस्तान के लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है.

मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च
मॉब लिचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निकाला प्रोटेस्ट मार्च

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हिंदुस्तान एक ऐसी जम्हूरियत है, जहां हिंदू-मुस्लिम एकता के साथ रहते हैं. छात्रों ने कहा कि मॉब लिंचिंग पर रोक लगाने का काम सरकार का है. लेकिन अफसोस की बात यह है कि भाजपा की सरकार इसमें नाकाम रही है. छात्रों ने कहा कि किसी भी बेगुनाह इंसान को मारना मानवता के खिलाफ है. एएमयू के छात्र जानिब हसन ने बताया मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सियासत की जाती है. मुसलमानों के खून पर लोग वोटों की राजनीति करते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आज देश में भाजपा की सरकार है. लेकिन यह अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा रहे हैं. साथ ही षड्यंत्र किया जा रहा है.

अबू दिलबर सईद नाम के एक अन्य छात्र ने कहा कि भाजपा सरकार देश भर में मॉब लिंचिंग से संबंधित फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट का निर्माण नहीं करवा रही है. क्योंकि भाजपा को हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट हासिल करना है. उन्हें हिंदुस्तान के आवाम की कोई फिक्र नहीं है. भाजपा सिर्फ हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सियासत करती है.

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