अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैंडल मार्च निकालकर ब्लैक डे मनाया. छात्र दो साल पहले सीएए औऱ एनआरसी के विरोध के दौरान पुलिस और आरएएफ के कैंपस में घुसकर लाठीचार्ज करने का विरोध कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में शामिल हुए छात्रों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कहा कि छात्रों पर झूठे मुकदमे लगाए गए. उन मुकदमों को सरकार वापस ले. अगर मुकदमे वापस नहीं हुए तो छात्र फिर से आंदोलन करेंगे.
गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में CAA- NRC के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एएमयू छात्रों की प्रशासन व पुलिस से झड़प हो गयी थी. इसमें दर्जनों एएमयू छात्र घायल हुए थे. यूनिवर्सिटी कैम्पस में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया था. उसी घटना के दो वर्ष पूरे होने पर छात्रों ने बुधवार को ब्लैड डे मनाया और कैंडल मार्च निकाला.
एएमयू छात्र नेता फरहान जुबैरी ने कहा कि दो वर्ष पूर्व यूपी पुलिस ने कैम्पस में घुसकर हमें पीटा था. हॉस्टल में आग लगाई थी. हाथ-पैर तोड़ दिए थे. हम लोग उसे भूले नहीं हैं. हमें सब याद है. सीएए का विरोध हम आज भी करते हैं.
एएमयू प्रॉक्टर मो वसीम ने बताया कि 15 दिसम्बर 2019 की रात को पुलिसकर्मियों की वजह से कई छात्र ज़ख्मी हुए थे. पुलिसकर्मियों ने हॉस्टल में छात्रों को पीटा था. कुछ के विरुद्ध मुकदमे दर्ज हुए थे. इसे लेकर ही छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला.
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