अलीगढ़: दि बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को एसएसपी से मुलाकात कर न्यायालय में महिला अधिवक्ता पर फर्जी तरीके से वकालत करने का आरोप लगाया है. 29 अगस्त को सीजेएम न्यायालय में महिला अधिवक्ता को देखकर दि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता ने महिला अधिवक्ता को नोटिस दिया था.
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फर्जी अधिवक्ता की एसएसपी से शिकायत
फर्जी महिला अधिवक्ता को दि बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने नोटिस दिया था. नोटिस के बाद महिला अधिवक्ता ने बार अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता पर अनर्गल शोषण करने के आरोप लगाते हुए दो दिन पहले शिकायती पत्र देकर सोशल मीडिया पर इसका दुष्प्रचार किया, जिसके विरोध में सोमवार को दि बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और सैकड़ों अधिवक्ताओं ने एसएसपी कार्यालय आकर शिकायत की. एसएसपी ने साक्ष्यों के आधार पर तथाकथित महिला अधिवक्ता के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए हैं.
जानें क्या बोले दि बार एसोसिएशन अध्यक्ष
एक सोनू मलिक नाम की फर्जी अधिवक्ता हैं, जो चार-पांच साल से फर्जी वकालत के तौर पर काम कर रही हैं. हमारी कचहरी के अंदर काफी फर्जी अधिवक्ता वकालत कर रहे हैं. उनके खिलाफ बार काउंसिल यूपी से निर्देश आया है कि उनको बाहर निकाला जाए. सोनू मलिक हर जगह अधिकारियों से एक एडवोकेट के तौर पर मिलती हैं. मैंने उनको 29 तारीख को सीजेएम के यहां बहस करते देखा तो पूछा कि आप अधिवक्ता हैं तो वह बोली कि मैं अधिवक्ता नहीं हूं.
उनको संरक्षण दे रहे देवी सिंह वकील साहब ने कहा कि मैं इनसे अपनी वकालत करवा रहा हूं. इसकी शिकायत सीजेएम साहब से किया तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. तब जाकर सोनू मलिक को मैंने नोटिस दिया. नोटिस के बाद लड़की ने मुझ पर अनर्गल आरोप लगाये हैं. देवी सिंह और सोनू मलिक के खिलाफ आज एसएसपी से एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है.
आज अलीगढ़ बार एसोसिएशन पदाधिकारीगण और काफी वकील यहां आए थे. इन्होंन आरोप लगाया है कि एक महिला एडवोकेट बिना लॉ डिग्री होए हुए सोशल मीडिया पर अपने आप को अधिवक्ता बता रही है. मिस प्रेजेंटेशन का एक मुकदमा हम लोगों ने थाना सिविल लाइन में उसके खिलाफ पंजीकृत कराने का आदेश किया है.
-आकाश कुलहरि, एसएसपी