अलीगढ़: अससुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईमआईएम) के प्रदेश महासचिव फरहान जुबेरी को समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्याशी का समर्थन करना भारी पड़ गया. फरहान ने बुधवार की सुबह सपा प्रत्याशी का समर्थन किया, वहीं शाम होते ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. जबकि AIMIM के स्टेट प्रेसिडेंट शौकत अली का कहना है कि नगर निकाय चुनाव में AIMIM ने अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के किसी भी प्रत्याशी को समर्थन नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यह प्रचार मिथ्यापूर्ण और अफवाह से पूर्ण है.
प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की तरफ से पत्र जारी कर कहा गया कि सोशल मीडिया पर अफवाह और भ्रामक स्थिति पैदा करने वाले फरहान जुबैरी पूर्व महासचिव सचिव का कृत्य घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. इसलिए फरहान जुबेरी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है.
सपा प्रत्याशी हाजी जमीर उल्लाह ने बताया कि फरहान जुबैरी एएमयू छात्र संघ के लीडर रहे हैं और AIMIM के प्रदेश महासचिव भी हैं. उन्होंने बताया कि मेयर प्रत्याशी की हैसियत से फरहान जुबैरी ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जो वोट बिखर रहा है, वह बिखरेगा नहीं. उन्होंने कहा कि नगर निगम का सबसे बड़ा मुद्दा हाउस टैक्स का है. जनता हाउस टैक्स से परेशान है. उन्होंने कहा कि हाउस टैक्स से जनता को राहत दिलाएंगे. जमीर उल्लाह ने कहा कि बाल्मीकि, ब्राह्मण, और वार्ष्णेय समाज का समर्थन मिल रहा है.
वहीं, सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोषी ने बताया कि एआईएमआईएम के नेता फरहान जुबैरी सपा के महापौर पद के प्रत्याशी का समर्थन किया है. हालांकि दिन में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी जमीर उल्लाह का समर्थन करने के बाद शाम को जब एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष हो पता चला तो उन्होंने फरहान जुबैरी को पार्टी से निष्कासित करने का लेटर जारी कर दिया. मुस्लिम वोटों को बिखरने से रोकने के लिए सपा ने संदेश देने की कोशिश की है. लेकिन शाम होते ही AIMIM के प्रदेश महासिचव को पार्टी से निष्कासित करने की लेटर जारी कर दिया गया.