अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कार्यालय ने नोटिस जारी कर विश्वविद्यालय समुदाय सहित सभी को सतर्क किया है. कुछ असामाजिक तत्त्व एएमयूस के कुलपति के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं. एएमयू रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस शिकायत सहित कानूनी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है जो कुलपति के फर्जी ई-मेल आईडी के माध्यम से लोगों को फर्जी संदेश भेज रहे हैं. सभी से अनुरोध किया है कि इस तरह के फर्जी ई-मेल पर ध्यान न दें.
यह पहला मामला नहीं है जब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University ) कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की फर्जी ई-मेल आईडी बनी हो. इससे पहले भी एएमयू कुलपति की फर्जी आईडी (Creating Fake Mail Id Of AMU Vice Chancellor) बनाकर अध्यापकों को मेल भेजा गया था.
फरवरी 2021 में विश्वविद्यालय प्रशासन ने थाना सिविल लाइन में साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज कराया था. उस दौरान भी एएमयू कुलपति के ई-मेल से कुछ संदेश भेजे गए थे. विश्वविद्यालय प्रशासन को जब इस बात की भनक पड़ी. उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच कराई थी.
वहीं, कुलपति कार्यालय ने सभी शिक्षकों, गैर शिक्षण अधिकारियों, कर्मचारियों व एएमयू स्टाफ के लोगों से अपील की थी. अगर फर्जी ई-मेल आईडी से कोई संदेश मिल रहा है तो वह सही न माना जाए.
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एएमयू कुलपति की फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर अराजक तत्व दुरुपयोग कर रहे हैं. इस तरह का मामला पहले भी संज्ञान में आ चुका है. अप्रैल 2020 में भी असामाजिक तत्वों ने सोशल मीडिया और इंटरनेट का दुरुपयोग करते हुए एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर के नाम से गलत संदेश भेजे थे. वहीं, थाना सिविल लाइन में आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भी दी थी.
यह मामला दर्ज कर लिया गया था. साइबर सेल को जांच सौंपी दी गई है.
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