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अलीगढ़: शहर में पिछले 118 साल से निकल रहा है अद्भुत फूल डोल मेला

अलीगढ़ में होली के आठवें दिन फूल डोल मेला बड़े धूमधाम से मनाया गया. मेले में महापुरुषों और देवी-देवताओं की खूबसूरत झांकियों का नजारा देखने लायक था. शहर में यह मेला पिछले 118 साल से निकाला जा रहा है .

फूल डोल मेला धूमधाम से मनाया गया
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Published : Mar 29, 2019, 4:51 AM IST

अलीगढ़ : शहर में होली के आठवें दिन फूल डोल मेला बड़े धूमधाम से मनाया गया . मेले की रौनक जयगंज इलाके के महामंगलेश्वर मंदिर से सासनी गेट के अंजनी कुमार स्कूल तक देखने को मिली. इस दौरान महापुरुषों और देवी-देवताओं की खूबसूरत झांकियों का नजारा देखने लायक था औरलोगों ने भक्तिमय गीतों पर जमकर होली भी खेली.


शहर में यह मेला पिछले 118 साल से निकाला जा रहा है . इसमें 50 से 60 झांकियां देखने को मिली. जो खूबसूरती से सजाई गई थी . फूल डोल मेला होली के आठवें दिन मनाया जाता है. शहर के कोरी समाज के लोग इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाते हैं. मेले में किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है. बल्कि विभिन्न धर्मों व समाज के लोग इसमें शामिल होते हैं .

लोगों ने फूल डोल मेला धूमधाम से मनाया.

वहीं जो लोग होली पर नहीं मिल पाते हैं. उनके लिए एक दिन निश्चित किया जाता है और होली के आठवें दिन पूरे समाज के लोग एकत्रित होते हैं. कोरी समाज के पूर्वजों ने इसे फूल डोल मेला नाम दिया है . फिर समाज के लोग आपस में होली मिलते हैं.


वहीं मेले के आयोजक संजू बजाज ने बताया कि समाज में संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना और संगठित रहने का मैसेज देना मेले का मुख्य उद्देश्य है . वहींमेला समिति के महामंत्री राजकुमार ने बताया कि इस बार मेले को भव्य रूप दिया गया है क्योंकि शोभायात्रा में मोहल्लों से भी लोग झांकियों को सजाकर शामिल हुए.

अलीगढ़ : शहर में होली के आठवें दिन फूल डोल मेला बड़े धूमधाम से मनाया गया . मेले की रौनक जयगंज इलाके के महामंगलेश्वर मंदिर से सासनी गेट के अंजनी कुमार स्कूल तक देखने को मिली. इस दौरान महापुरुषों और देवी-देवताओं की खूबसूरत झांकियों का नजारा देखने लायक था औरलोगों ने भक्तिमय गीतों पर जमकर होली भी खेली.


शहर में यह मेला पिछले 118 साल से निकाला जा रहा है . इसमें 50 से 60 झांकियां देखने को मिली. जो खूबसूरती से सजाई गई थी . फूल डोल मेला होली के आठवें दिन मनाया जाता है. शहर के कोरी समाज के लोग इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाते हैं. मेले में किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है. बल्कि विभिन्न धर्मों व समाज के लोग इसमें शामिल होते हैं .

लोगों ने फूल डोल मेला धूमधाम से मनाया.

वहीं जो लोग होली पर नहीं मिल पाते हैं. उनके लिए एक दिन निश्चित किया जाता है और होली के आठवें दिन पूरे समाज के लोग एकत्रित होते हैं. कोरी समाज के पूर्वजों ने इसे फूल डोल मेला नाम दिया है . फिर समाज के लोग आपस में होली मिलते हैं.


वहीं मेले के आयोजक संजू बजाज ने बताया कि समाज में संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना और संगठित रहने का मैसेज देना मेले का मुख्य उद्देश्य है . वहींमेला समिति के महामंत्री राजकुमार ने बताया कि इस बार मेले को भव्य रूप दिया गया है क्योंकि शोभायात्रा में मोहल्लों से भी लोग झांकियों को सजाकर शामिल हुए.

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ में होली के आठवें दिन फूल डोल मेला बड़े धूमधाम से मनाया गया .इस मेले की रौनक जयगंज इलाके के महामंगलेश्वर मंदिर से सासनी गेट के अंजनी कुमार स्कूल तक देखने को मिली. इस दौरान महापुरुषों व देवी-देवताओं की खूबसूरत झांकियों का नजारा देखने लायक था. भक्तिमय गीत के साथ लोगों ने होली खेली. वहीं ब्रज भूमि पर राधा कृष्ण जोड़े के दर्शन भी लोगों ने किए.



Body:यहमेला पिछले 118 साल से निकाला जा रहा है . इसमें 50 से 60 झांकियां देखने को मिली. जो खूबसूरती से सजाई गई थी . फूल डोल मेला होली के आठवें दिन मनाया जाता है. अलीगढ़ के कोरी समाज के लोग इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाते हैं. मेले में किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है. बल्कि विभिन्न धर्मों व समाज के लोग इसमें शामिल होते हैं . बताया जा रहा है कि जो लोग होली पर नहीं मिल पाते हैं. उनके लिए एक दिन निश्चित किया जाता है और होली के आठवें दिन पूरे समाज के लोग एकत्रित होते हैं. कोरी समाज के पूर्वजो ने इसे फूल डोल मेला नाम दिया है . फिर समाज के लोग आपस में होली मिलते हैं.


Conclusion:दूर-दूर से लोग इस मेले में शामिल होते हैं . इस मेले के बाद समाज होली से दूर हो जाता है . इस बार इस मेले में कई मोहल्ले व इलाकों की झांकियां भी शामिल की गई. झांकियों में नृत्य करते लोगों की अनुपम छटा देखने को मिली. वहीं मेले में शामिल युवकों ने जमकर डांस किया. और होली भी खेली . अलीगढ़ के सासनीगेट व जय गंज इलाके में लोग देर शाम तक मेले में झूमते दिखे. वहीं पुलिस व ट्रैफिक वाले मेले को संभालने में जुटे रहे. इस मेले के आयोजक संजू बजाज ने बताया कि समाज में संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना और संगठित रहने का मैसेज देना मेले का मुख्य उद्देश्य है . वही इस मेला समिति के महामंत्री राजकुमार ने बताया कि इस बार मेले को भव्य रूप दिया गया है क्योंकि शोभा यात्रा में मोहल्लो से भी लोग झांकियों को सजाकर शामिल हुए.

बाइट - संजू बजाज, मेला आयोजक
बाइक - राजकुमार, महामंत्री, मेला समिति

आलोक सिंह , अलीगढ़
98378 30535
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