आगरा: शहर में पेयजल किल्लत दूर करने के लिए राज्य सरकार ने 125 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. इसके तहत तीन दर्जन से ज्यादा कालोनियों के लिए 10 हजार नए कनेक्शन दिए जाएंगे. पेयजल की आपूर्ति के लिए छह किलोमीटर की मैन लाइन और नई 86 किलोमीटर की लिंक पाइप लाइन बिछाई जाएगी. यह आगरा की पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए पहले चरण का प्रोजेक्ट है. इसके अलावा नगर निगम ने दो और प्रोजेक्ट तैयार किए हैं जिसके लिए सरकार से बजट लेने की बात चल रही है.
- आगरा की पेयजल किल्लत दूर करने के लिए तीन चरण में प्रोजेक्ट बनाया गया है.
- पहले चरण के प्रोजेक्ट के लिए राज सरकार की ओर से 125 करोड़ रुपए की मंजूरी भी नगर निगम को मिल गई है.
- पहले चरण का 50% काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण के बजट की मंजूरी मिल जाएगी.
- जल्द ही पहले चरण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
पहले चरण की कार्ययोजना
- इस चरण में पेयजल आपूर्ति के लिए 10000 नए कनेक्शन दिए जाएंगे.
- इससे तीन दर्जन कॉलोनी की 50 हजार की आबादी की पेयजल किल्लत दूर होगी.
- इन कॉलोनियों में 6 किलोमीटर की मुख्य पाइप लाइन डाली जाएगी.
- इसके साथ ही इन कालोनियों में पाइपलाइन का नेटवर्क बिछाने के लिए लिंक लाइन के तौर पर 86 किलोमीटर की पाइप लाइन का नेटवर्क खड़ा किया जाएगा.
पेयजल संकट को दूर करने में जुटा नगर निगम
आगरा में गढ़ी भदौरिया, आवास विकास कॉलोनी सेंट्रल पार्क, राम मोहन नगर के ओवरहेड टैंक और क्लियर वॉटर रिजर्व बनाए जाएंगे. आगरा के छह जोनल पंपिंग स्टेशन है जिनमें से दो जोनल पंपिंग स्टेशन गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे हैं. शेष चार जोनल पंपिंग स्टेशन कोतवाली, रकाबगंज, शाहगंज और केशव कुंज में बनाए जाने का भी काम तेजी से कराया जा रहा है.
आगामी दिनों में शहर के दूसरे चरण की पेयजल आपूर्ति प्रोजेक्ट के लिए सरकार से बजट लाने के लिए प्रयास किए जाएंगे. सीएम योगी और नगरीय विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने आश्वासन दिया है, कि पहले चरण का 50% काम होने के बाद काम दूसरे चरण के पेयजल प्रोजेक्ट के लिए धनराशि की मंजूरी दी जाएगी.
- नवीन जैन, मेयर