आगरा: थाना सिकंदरा क्षेत्र में देर रात अस्पताल में नौकरी दिलवाने के बहाने एक महिला को गाड़ी में बिठाकर और नशीला पदार्थ पिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया. इसके बाद तुरंत पुलिस एक्शन में आ गई और मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच में जुट गई. गहनता से जांच करने पर पता चला कि मामला पूर्ण रूप से फर्जी है.
मामला आगरा के थाना सिकंदरा अंतर्गत इंडस्ट्री एरिया पुलिस चौकी का है. एक महिला ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 और महिला पावर हेल्पलाइन 1090 पर फोन करके अपने साथ सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत की. महिला का कहना था कि वह वर्तमान में पति से अलग होकर मलपुरा थाना क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रह रही है. जब वह कमरा तलाश रही थी, तभी उसकी मुलाकात आवास विकास के रहने वाले नीरज से हुई. नीरज ने उसे किसी अस्पताल में नौकरी दिलाने की बात कही. इसके लिए बीती शाम उसने महिला को राजा की मंडी क्षेत्र में गोकुलपुरा के पास बुलाया और अपने कुछ दोस्तों से मिलवाया.
उनमें से एक व्यक्ति विशाल ने बताया कि उसका साला डॉक्टर है और दिल्ली में उसका अस्पताल है. वहां पर वह उसकी नौकरी लगवा देगा और रहने खाने की व्यवस्था भी वहीं करा देगा. महिला का आरोप है कि इसके बाद उन लोगों ने उसे कार में बिठा लिया और कोल्ड ड्रिंक में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया. इसके बाद तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इंडस्ट्रियल एरिया में फेंक कर फरार हो गए. जब उसे होश आया, तब उसने पुलिस को सूचना दी.
घटना की जानकारी पर तत्काल ही थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल का मुआयना किया. महिला से पूछताछ के लिए एएसपी सौरभ दीक्षित थाना सिकंदरा पहुंच गए. जहां उन्होंने खुद महिला से पूछताछ की. मामला संदिग्ध और दुश्मनी से प्रेरित लगने पर पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल की सीडीआर निकलवाई. साथ ही घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी देखे. इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि मामले को फर्जी मानते हुए दोनों पक्षों से बात की जा रही है. महिला ने इसमें माफीनामा भी प्रस्तुत कर दिया है.