आगराः मोहब्बत की नगरी में इस बार एक ऑडियो ने नफरत की चिंगारी फैलाने का काम किया है. मामला दो समुदायों से जुड़ा बताया जा रहा है. आरोप है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति ने एक आडियो वायरल कर इमली वाली मस्जिद के सामने सिंधी मार्केट पर नवाज रोकने में हिंदू दुकानदारों का हाथ होने की बात कही है. साथ ही सिंधी दुकानदारों की दुकानों से सामान न खरीदने की अपील की है. इसे लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के लोगों ने एसपी सिटी को ज्ञापन सौंपा है.
एमएम गेट स्थित गुड की मंडी में इमली वाली मस्जिद के बाहर पिछले रविवार की शाम को नमाज होनी थी. सड़क पर नमाज को लेकर पहले ही अखिल भारत हिंदू महासभा के लोगों ने इमली वाली मस्जिद के बाहर रास्ता रोकने पर आपत्ति जताते हुए पुलिस को ज्ञापन सौंपा था. कहा था कि यदि मुस्लिम समाज के लोग नमाज करेंगे तो वे सड़क पर ही हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. पुलिस अफसरों ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत कराया था.
अब आरोप है कि एक ऑडियो में अपील की गई है कि कोई भी मुस्लिम हिंदू दुकानों से सामान न खरीदे. किंग एंड ब्रदर्स के नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप से यह ऑडियो वायरल किया जा रहा है. ग्रुप में हिंदुवादी नेताओं के फोटो के साथ 1 मिनट 18 सेकंड का ऑडियो डाला गया कहा गया कि हिंदूवादियों को सिंधी मार्केट के व्यापारियों ने जानबूझकर बुलाया था जिससे नमाज अदा न की जा सके.
इसके विरोध में अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एसपी सिटी को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही कहा गया है कि यदि किसी भी हिंदू भाई के साथ कुछ भी होता है तो उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा इसलिए ग्रुप में जिस किसी ने भी ऑडियो डालकर मैसेज किया है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं, इमली वाली मस्जिद के कमेटी सेक्रेटरी इरफान सलीम ने बताया कि इस तरीके का जो भी मैसेज ग्रुप में डाल कर कहा जा रहा है कि सिंधी मार्केट से हिंदू की दुकान से सामान ना खरीदें, ये कौन लोग हैं हमें इसकी जानकारी नहीं है. यह बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि सिंधी मार्केट के लोग हमेशा भाईचारे का संदेश देते हैं. नफरत फैलाने वाले लोगों से दूर रहना चाहिए. राजनीति नहीं होनी चाहिए.
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