आगराः एत्मादपुर तहसील के रजिस्ट्री कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. छोटे से रजिस्ट्री कार्यालय में 50 से अधिक लोग खड़े मिले. इस ऑफिस में न सैनिटाइजर की जरूरत है न थर्मल स्क्रीनिंग की, जिसका मन चाहे ऑफिस में आकर भीड़ लगा सकता है, क्योंकि 10 फीट की दूरी पर बैठे रजिस्ट्रार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता.
एसडीएम ऑफिस से महज 30 मीटर और सीओ ऑफिस से 10 मीटर की दूरी पर रजिस्ट्री कार्यालय में लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. जब ईटीवी भारत की टीम एत्मादपुर रजिस्ट्री कार्यालय में पहुंची तो वहां बैठे रजिस्ट्रार अजय कुमार सिंह के सामने करीब 70-80 लोग मौजूद थे और रजिस्ट्री के लिए मारामारी हो रही थी. यहां आने-जाने वाले किसी भी व्यक्ति की न तो थर्मल स्क्रीनिंग हो रही थी न ही उसके हाथों को सैनिटाइज कराया जा रहा था. वहीं कई लोग बिना मास्क के घूम रहे थे.
दो हजार में बनाया जा रहा जवान
इसके अलावा एक गजब की बात पता चली कि कोरोना के सारे सिम्टम्स सिर्फ 2000 में छूट रहे हैं. वहां मौजूद कुछ लोगों ने कैमरा के सामने बताया कि आपके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप नहीं है तो आप 2000 देकर इस झंझट से छुटकारा पा सकते हैं. वहीं अगर आप की उम्र 60 वर्ष से ऊपर है तो भी 2000 में आपको जवान कर दिया जाएगा, लेकिन इस सबके बीच एक बात तय है कि रजिस्ट्रार साहब को कोरोना से डर का सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि वह खुद वहां मौजूद भीड़ से करीब 10 फीट की दूरी पर बैठे हैं.
एसडीएम कार्यालय में व्यवस्था चाक चौबंद
हद तब हो गई जब मीडिया टीम ने रजिस्ट्रार साहब से बात करने कि कोशिश की, उन्होंने व्यस्तता दिखाते हुए बात करने से इंकार कर दिया. ऐसा नहीं है कि पूरे तहसील परिसर में ऐसा हो रहा है. इसके उलट एसडीएम कार्यालय पर घुसने से पहले ही आपको थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी. अपने हाथों को सैनिटाइज करना होगा और बिना मास्क लगाए आप प्रवेश नहीं कर सकते.
एसडीएम करेंगी रजिस्ट्रार से बात
इस संबंध में जब एसडीएम प्रियंका सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि लोग मान नहीं रहे हैं. लोगों को बहुत समझाया जा रहा है. उन्होंने रजिस्ट्रार के विषय में कहा कि अभी तक यह मामला जानकारी में नहीं था, रजिस्ट्रार से बात कर जल्द सुधार कराने के निर्देश दिए जाएंगे. साथ ही सभी नियमों का पालन भी कराया जाएगा. लेकिन एसडीएम साहिबा की बात रजिस्ट्रार साहब मानेंगे यह जरुरी नहीं, क्योंकि करीब 8 दिन पहले एहतियात के तौर पर एसडीएम ने तहसील का गेट बंद करा दिया गया था. तब रजिस्ट्रार ने यह कहकर ऑफिस को दोबारा खोल लिया था कि उनका विभाग एसडीएम के अंतर्गत नहीं आता.