आगरा: ताजनगरी में बीते 24 घंटे में ब्लैक फंगस के दो नए संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं. जिले में ब्लैक फंगस के मामले में एक संदिग्ध मरीज कोरोना संक्रमित है. जबकि, बाकी के तीन कोरोना को मात दे चुके हैं. उधर, गुरुवार शाम चिकित्सकों की टीम ने एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती ब्लैक फंगस के एक संदिग्ध मरीज का सफल ऑपरेशन किया. जिसके बाद उसका नमूना जांच के लिए लैब भेजा गया. अब जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि उसे ब्लैक फंगस है या नहीं. वहीं, एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 8 बेड का एक वार्ड अलग से बनाया गया है.
जिले में अब तक ब्लैक फंगस के चार संदिग्ध मरीज मिले
आगरा में अब तक ब्लैक फंगस के चार संदिग्ध मिले हैं. जिनमें एक संदिग्ध कोरोना संक्रमित भी है. सभी का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है. एसएनएमसी के प्राचार्य डॉक्टर संजय काला ने बताया कि, शासन स्तर से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अभी 50 इंजेक्शन मिले हैं. जिनसे ब्लैक फंगस के मरीजों का उपचार किया जाएगा. इसके साथ ही एसएनएमसी के मेडिसन विभाग में 8 बेड का स्पेशल वार्ड ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बनाया गया है.
संदिग्ध मरीज का हुआ ऑपरेशन, जांच रिपोर्ट का इंतजार
ईएनटी के विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि ब्लैक फंगस की एक संदिग्ध मरीज का गुरुवार शाम ऑपरेशन किया गया. डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि, संदिग्ध मरीज के ऑपरेशन के बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. केओएच माउंट और हिस्टोपैथोलॉजी जांच कराई गई है. इन जांचों से ही मरीज में ब्लैक फंगस की स्थिति स्पष्ट होगी. बाकी के तीन संदिग्ध मरीजों में ब्लैक फंगस की जांच के लिए बायोप्सी एंव फंगस कल्चर टेस्ट के लिए सैंपल भेजे गए हैं.
क्या है ब्लैक फंगस
ईएनटी के विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि ब्लैक फंगस एक फफूंदी है. यह फफूंदी मानव शरीर के अंदरूनी और बाहरी अंगों को प्रभावित करती है. ब्लैक फंंगस नाक में पनपता है. जो धीरे-धीरे आंख और फिर मस्तिष्क तक पहुंच जाता है.
ब्लैक फंंगस के लक्षण
- आंख लाल होना.
- आंख के पास काले धब्बे बनना.
- आंख पर सूजन आना.
- आंख की रोशनी कम होना.
- आंख में दर्द होना.
- होठ पर सूजन आना.
- चेहरे पर सूजन आना.
- चेहरा सुन्न होना.
- मुंह खोलने पर दिक्कत होना.
- दांत दर्द करना.
- दांत गिरना.
- नाक के पास काले निशान.
- नाक से खून आना.
- नाक से काला पदार्थ आना.
- नाक में पपड़ी पड़ना.
- सिर दर्द होना.
- सिर चकराना.
- सांस लेने में दिक्कत आना.
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार को लेकर एक टीम बनाई गई है. जिसमें मेडिसिन, ईएनटी और नेत्र रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. इस टीम के नोडल अधिकारी ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह हैं.