आगराः शहर के कैंट स्टेशन पर अब ट्रेन रुकते ही चाय...चाय की आवाजों के बीच आगरा का ताज ले लो...मार्बल का ताज ले लो...मार्बल की मूर्ति ले लो...सुनाई देने लगा है. ऐसा संभव हुआ है रेलवे की 'वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट' योजना की बदौलत. इस योजना के तहत आगरा के हस्तशिल्पियों को कैंट स्टेशन पर नया मंच मिला है. यहां उनकी बनाई हुईं ताज की प्रतिकृतियां दस रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक में बिक रही हैं. यहां आने वाले हर पर्यटक को ताज के ये मॉडल काफी पसंद आ रहे हैं.
दरअसल, इस साल रेल बजट में 'वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट' योजना की घोषणा की गई थी. इस योजना के तहत देशभर के स्टेशनों को चुना गया है जिसमें आगरा कैंट स्टेशन भी शामिल है. 'वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट' योजना का मकसद शहर के हस्तशिल्पियों के उत्पाद की बिक्री को बढ़ावा देना है.
यहां मार्बल हस्तशिल्प की कलाकृतियों के स्टॉल लग रहे हैं. आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर दो और प्लेटफार्म नंबर 2 पर एक स्टॉल लगा है. हस्तशिल्पी प्रदीप दीवान ने बताया कि उनके स्टाल पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है. नन्हा ताजमहल, मार्बल की मूर्तियों के साथ ही कैंडल स्टैंड, पेन और अन्य तमाम कलाकृतियां लोग खरीद रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर दस रुपए का भी ताजमहल का मॉडल है. वहीं, बताया गया कि यहां हर स्टाल पर एक ही कीमत के उत्पाद बेचे जा रहे हैं ताकि पर्यटकों के साथ किसी भी तरह की ठगी न हो सके. आगरा आए पर्यटक शहबाज खान ने बताया कि रेलवे की यह पहल बेहद सराहनीय है. इससे स्टेशन पर ही पर्यटक ट्रेन का इंतजार करते समय खरीदारी कर सकते हैं. वही, पर्यटक बलराम शर्मा ने कहा कि स्टेशन पर उतरने वाले यात्री अब आगरा की यादें आसानी से अपने साथ ले जा सकेंगे.
एनसीआर रेलवे के आगरा मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. रेवेन्यू भी आ रहा है. इसे देखते हुए रेलवे ने अब एक महीने के लिए और इस पायलट प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया गया है. अब अगले महीने 15-15 दिनों के लिए अन्य हस्तशिल्पयों को ये स्टॉल आवंटित किए जाएंगे.
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