आगरा: जिले में कोरोना संक्रमण थम नहीं रहा है. ऐसे में नॉन कोविड गंभीर मरीजों के उपचार में बड़ी दिक्कत आ रही है. एसएन मेडिकल कॉलेज में हर दिन एक या दो गंभीर मरीज पहुंच रहे हैं. मगर, वेंटीलेटर की कमी के चलते एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी से उन्हें दूसरी जगह रेफर कर दिया जाता है. इसलिए अब एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इमरजेंसी में अलग से 10 वेंटीलेटर का वार्ड बनाने की तैयारी की है. जिससे गंभीर नॉन कोविड मरीजों को भी उपचार मिल सके.
एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के प्रथम तल पर दुर्घटना में घायल मरीजों के इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर है. जिसमें हाल में छह वेंटीलेटर हैं. जहां पर गंभीर मरीजों को भर्ती करके उपचार किया जाता है. मगर, जब गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ती है. तो नॉन कोविड मरीजों को वेंटिलेटर नहीं मिल पाता है. इससे परेशानी होती है. फिर गंभीर मरीजों को दूसरी जगह रेफर करना पड़ता है.
दस बेड का आईसीयू
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला का कहना है कि, अभी एक्सीडेंट या अन्य गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. मगर, अब गंभीर मरीजों के लिए 10 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार किया जा रहा है. जिसमें दस वेंटिलेटर होंगे. यहां पर नॉन कोविड गंभीर मरीजों का उपचार किया जाएगा. इस तरह इमरजेंसी में 16 वेंटीलेटर हो जाएंगे.
एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में नॉन कोविड के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है. इसलिए इमरजेंसी में 10 वेंटीलेटर का आईसीयू बनाया जा रहा है. जहां नॉन कोविड गंभीर मरीज शिफ्ट किया जा सकेगा. उन्हें दूसरी जगह रेफर नहीं करना होगा.