आगरा : कोरोना की वजह से पिछले 10 महीने से स्थगित चल रहे तहसील दिवस (संपुर्ण समाधान दिवस) का आयोजन फिर से शुरू हो गया है. जिले के सदर तहसील में आयोजित संपुर्ण समाधान दिवस में 144 फरियादी शिकायत लेकर पहुंचे. इनकी सुनवाई के लिए एडीएम सिटी डॉक्टर प्रभाकांत अवस्थी और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एम अरुन्मोली ने फरियादियों की शिकायत सुनीं. इनमें सबसे ज्यादा 55 शिकायतें जमीनों पर कब्जा, चोरी, मारपीट और पुलिस से संबंधित थे. इसमें से भूमि पैमाइश, खसरा, खतौनी, राशन कार्ड और वारिसान संबंधी शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया.
4 साल बीत जाने पर भी नहीं मिला आवास
तहसील दिवस में 68 वर्षीय रसूलपुर सराय ख्वाजा निवासी मुस्तफा ने एडीएम सिटी डॉक्टर प्रभाकांत अवस्थी से प्रधानमंत्री आवास योजना में आवंटन के बाद भी आवास न मिलने की बात कही. बुजुर्ग ने बताया कि उनकी पत्नी आमना के नाम से पांच नवंबर 2016 में पीएम आवास योजना में आवेदन किया था. आवंटन सूची में नाम भी था लेकिन 4 साल से आवास नहीं मिला. बुजुर्ग दंपत्ति किराए पर रहने को मजबूर हैं. इसके लिए एडीएम सिटी डॉक्टर प्रभाकांत अवस्थी ने परियोजना अधिकारी डूडा को बुजुर्ग दंपत्ति की मदद करने का निर्देश दिया.
इन विभागों से आई शिकायतें
खाद्य आपूर्ति को लेकर 16 नगर निगम, 18 राजस्व विभाग, 28 पुलिस विभाग, 48 स्वास्थ्य विभाग, 10 कृषि विभाग, 8 टॉरेंट पावर, 6 डूडा, 6 एडीए और 4 सिंचाई विभाग की शिकायतें तहसील दिवस में प्रमुख रूप से आईं.