आगरा: हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए सफाई कर्मचारियों ने जनहित और नगरहित में अपना फैसला बदल दिया है. सर्किट हाउस में नगर निगम के नगर आयुक्त और वाल्मीकि महापंचायत की बैठक हुई, जिसमें शहर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से पैदा हुए हालातों पर चर्चा हुई. इससे नगर निगम और सफाई कर्मचारियों के बीच तनातनी का माहौल शुक्रवार को देखने को मिला. नगर निगम और वाल्मीकि महापंचायत की वार्ता के बाद अब शनिवार से सफाई कर्मचारी काम पर लौट आएंगे.
बता दें कि हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर ताजनगरी के सफाई कर्मचारियों और वाल्मीकि समाज में आक्रोश है. गुरुवार को सफाई कर्मचारियों ने एक दिन की हड़ताल रखी. बाद में वाल्मीकि महापंचायत की ओर से गुरुवार शाम अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया गया. इससे गांधी जयंती पर नगर निगम का शुरू होने वाला विशेष स्वच्छता अभियान भी अटक गया. शुक्रवार की सुबह सफाई कर्मचारियों ने काम बंद रखा, जिसके कारण शहर में कूड़े का जगह-जगह अंबार लग गया. इससे नगर निगम प्रशासन के हाथ पांव फूल गए.
शासन ने आगरा के हालातों की रिपोर्ट मांगी तो जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. जिन अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह डंडे के बल पर सफाई कर्मचारियों से नगर निगम मुख्यालय के सामने साफ-सफाई कराई थी. वे बैकफुट पर आ गए.
नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के नेताओं के साथ ही वाल्मीकि महापंचायत के पदाधिकारियों से संपर्क किया. शुक्रवार देर शाम नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे और वाल्मीकि महापंचायत के पदाधिकारियों की बैठक हुई. वार्ता के बाद हड़ताल को स्थगित कर दिया गया.