आगरा: जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की रोकथाम के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. लॉकडाउन का सही से पालन न होने के कारण मुख्यमंत्री के नाराज होने के बाद रविवार को प्रशासन पूरी तरह से लॉकडाउन का पालन कराने में जुट गया है. लोगों से लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस अब सख्त रुख अपना रही है.
पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से करा रही पालन
वहीं प्रशासन ने अब सब्जी और दूध बेचने वालों को भी लॉकडाउन के दायरे में ला दिया है. इसके तहत अब कोई भी व्यक्ति दूध और सब्जी भी नहीं बेच सकता है. केवल कंपनी का पैक्ड दूध और अन्य सामान ही बाजार में मिल सकता है. पुलिस ने रविवार को 800 से अधिक चालान काटे और साथ ही साथ कई वाहन सीज किए हैं. इस दौरान कोई नेता, कोई अभिनेता और समाजसेवी गरीबों को भोजन करवाने या कोई अन्य कारण से भी अगर सड़क पर दिखाई दे रहा है तो पुलिस उस पर कार्रवाई कर रही है. रविवार को आगरा के भगवान टाकीज पर मुर्गा बनाने और हरिपर्वत पर भाजपा नेता के पुत्र की गाड़ी सीज होने के वीडियो सामने आए हैं.
कोरोना मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 255
बता दें कि ताज नगरी में रविवार को कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या ढाई सौ का आंकड़ा पार करते हुए 255 पर पहुंच गई है. ताजनगरी के बढ़ते हुए आंकड़े भले ही शासन-प्रशासन को चिंतित कर रहे हैं, लेकिन जनता आज भी लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन नहीं कर रही है. वहीं जिले में सब्जी मंडी से सब्जी ला कर बेचने वाले दो फेरी वालों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद हजारों लोग डर और दहशत के साथ घरों में क्वारेंटाइन हैं. इन सभी की जांच करना प्रशासन के लिए चुनौती है.
एमजी रोड को किया वन वे
दूसरे शहरों में ऑनलाइन डिलीवरी करने वाली स्विगी और जोमैटो के कर्मचारियों में भी पॉजिटिव केस पाया गया है. ऐसे में अब आगरा प्रशासन कोई भी कोताही बरतना नहीं चाहता है. इसके लिए यातायात विभाग ने आगरा की लाइफ लाइन एमजी रोड को वनवे कर दिया है और साथ ही साथ वनवे की प्रक्रिया को भी घुमावदार बना दिया है ताकि कोई भी व्यक्ति तेज गति में वाहन भगाकर लॉकडाउन का उल्लंघन न कर पाए.
ट्रैफिक इंस्पेक्टर का कहना है कि अब बाइक पर परमिशन होने पर भी सिर्फ एक व्यक्ति ही जा सकता है और कार चालक परमिशन के बाद बहुत जरूरी होने पर सिर्फ दो लोग ही ले जा सकता है, जिनमें से एक वह खुद होगा.