आगरा : जैसे-जैसे पारा चढ़ रहा है, वैसे-वैसे यूपी में आवारा कुत्ता और पालतू कुत्तों की आक्रामकता बढ़ रही है. बीते दिनों आवारा कुत्तों ने हमला कर मासूम, किशोर, युवा और बुजुर्ग को मार डाला. आगरा में आवारा कुत्ते ने हमला करके दो साल की बच्ची रितिका को गंभीर रूप से घायल कर दिया. गनीमत रही कि मासूम की जान बच गई. मगर अलीगढ़ के डॉ. असद, कन्नौज के प्रिंस और मुरादाबाद के सवेंद्र खुशकिस्मत नहीं थे. कुत्तों ने इन सभी की जान ले ली. सवाल यह है कि आखिर कुत्ते क्यों हिंसक हो गए हैं. डॉग स्पेशलिस्ट डॉ. संजीव नेहरू का कहना है कि भीषण गर्मी में भूखे-प्यासे कुत्ते आक्रमक हो रहे हैं. एक्सपर्ट ने हिदायत दी है कि मई और जून में गर्मी का प्रचंड रूप देखने के लिए मिलेगा तो हालात और अधिक खराब हो सकते हैं. जब आवारा कुत्ते सरेराह बच्चे, किशोर और लोगों पर हमला करेंगे.
आगरा के यमुना पार से बेटे को इंजेक्शन लगवाने जिला अस्पताल पहुंचे राजेश कुमार ने बताया कि, पड़ोसी के डॉगी ने उनके बेटे को काट लिया है. वह कुत्ता पहले भी कई लोगों को काट चुका है. काछीपुरा निवासी विमला देवी ने बताया कि तीन दिन पहले कुत्ते ने उन्हें भी काट लिया था. दो माह पहले भी उन्हें कुत्ते ने काटा था, तब भी इंजेक्शन लगवाने पड़े थे. आगरा में कुत्ते के शिकार सिर्फ ये दो-तीन लोग नहीं हैं. गली-मुहल्ले में घूम रहे कुत्ते का आतंक का अंदाजा इस आंकड़े से लगाया जा सकता है कि बीते सोमवार को आगरा में 684 लोगों को रैबीज का इंजेक्शन लगवाना पड़ा. जिसमें पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी डोज लगवाने वाले शामिल रहे. जिला अस्पताल के सीनियर मेडिकल आफसर डॉ. केसी धाकड़ ने बताया कि आगरा के जिला अस्पताल में ही रोजाना 300 से 400 एंटी रैबीज इंजेक्शन लगा रहे हैं.
गर्मी में बढ़ जाती है एआरवी की डिमांड : जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अनीता शर्मा ने बताया कि, इन दिनों एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए औसतन 400 से ज्यादा लोग हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं. सोमवार को एक दिन में 684 डोज लगाई गईं. जो सबसे अधिक हैं. गर्मी में एंटी रैबीज इंजेक्शन की डिमांड बढ़ जाती है. आगरा में हर माह लखनऊ से करीब दो हजार वॉयल चाहिए होती हैं. जो मल्टी डोज वॉयल होती हैं. लखनऊ से डोज मंगवाने के लिए दो से तीन बार गाड़ी भेजनी होती है. हमने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भी लिखा है कि, हमारी डोज सीएमओ की डोज के साथ ही भेज दें. मगर, अभी तक ऐसा नहीं हुआ है.
खाना-पानी मिले तो शांत रहेंगे कुत्ते : डॉग स्पेशलिस्ट डॉ. संजीव नेहरू ने बताया कि, गर्मी और लगातार तापमान बढ़ने से डॉग्स में पानी की कमी होती है. देशी और आवारा डॉग्स को गर्मी ज्यादा लगती है. क्योंकि, वे इधर-उधर दौड़ते हैं. मगर, आवारा कुत्तों को न पानी मिलता और न ही खाना मिलता है. तापमान भी अधिक होता है तो वे बेचैन हो जाते हैं. ऐसे में जो भी उन्हें भगाता या डराता है तो वे हमला कर देते हैं. डॉ. संजीव नेहरू कहना है कि, लोगों को आवारा श्वान के लिए भी अपने घरों के बाहर पानी और खाने की व्यवस्था करनी चाहिए. जिससे गर्मी में यदि श्वानों को पानी और खाना मिल जाएगा तो वो इधर उधर नहीं भागेंगे. न ही गर्मी उन्हें सताएगी. जिससे वे हमलावर भी नहीं होंगे.