आगराः देश में कोरोना महामारी के बीच लगे लॉकडाउन ने भारत के छोटे और मझोले व्यापारियों के व्यापार पर गहरा असर डाला है. देश की जीडीपी अब तक के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंची है. व्यापारी, नौकरीपेशा लोगों से लेकर देश का मजदूर तक आर्थिक स्तिथि से जूझ रहा है, जिसके चलते भारत सरकार राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण करा रही है. यह सर्वेक्षण भारतीय सांख्यिकी एवं कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन होगा, जिसमें मंत्रलाय से अनुबंधित सर्वेक्षक 15 हजार गांव में जाकर सर्वेक्षण का कार्य करेंगे.
भारत सरकार को सौंपा जाएगा आंकड़ा
कार्यक्रमें सांख्यिकी मंत्रालय के अपर महानिदेशक एमएस मेनारिया मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस कार्यशाला का उद्देश्य मंत्रालय से अनुबंधित प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देना था. कार्यशाला में प्रशिक्षकों को छोटे उद्यमियों से उनके व्यापार में आने वाली दिक्कतों, मांगों और व्यापार से जुड़े रोजगार परक मजदूर वर्ग का डाटा जुटाने का प्रशिक्षण दिया गया.
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लॉकडाउन के कारण बन्द हुआ सर्वेक्षण कार्य
कार्यशाला का नेतृत्व करने ताजनगरी पहुंचे अपर महानिदेशक एमएस मेनारिया ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे करने की संतुति की गई थी, जिसके तहत सांख्यिकी विभाग की ओर से अक्टूबर 2019 में इस सर्वे की शुरुआत की गई थी. लेकिन मार्च 2020 में कोरोना के चलते लगने वाले लॉकडाउन की वजह से सर्वे कार्य को बंद करना पड़ा. अब पुनः सरकार के आदेशानुसार सर्वे कार्य को शुरू किया जा रहा है. यह सर्वे मार्च 2022 में समाप्त होगा, जिसका आंकड़ा भारत सरकार को सौंपा जाएगा.