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मथुरा: श्री कृष्ण की लीलाओं को पेंटिग में उकेर रहे कलाकार - मथुरा समाचार

यूपी के मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. जिसका उद्घाटन सीएम योगी करेंगे. प्रदेश के 115 से ज्यादा कलाकार भगवान श्री कृष्ण के व्यक्तित्व के साथ ही उनकी लीलाओं को कैनवास पर तूलिका के जरिए उकेर रहे हैं.

चित्रकला प्रदर्शनी
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Published : Aug 25, 2019, 5:16 AM IST

मथुरा : श्री कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. जिसका उद्घाटन प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. इस प्रदर्शनी में प्रदेश भर से 115 से ज्यादा कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे. कलाकार भगवान श्री कृष्ण के व्यक्तित्व, उनकी लीलाओं को कैनवास पर तूलिका के जरिए बना रहे हैं. जिसे देखने के लिए लोग आ रहे हैं और उनकी पेंटिग की सराहना भी कर रहे हैं.

मथुरा में चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन.

ईटीवी ने आए हुए कलाकारों से बात की -

कलाकार डाॅ. रामशब्द सिंह का कहना है कि मैंने अपनी पेंटिंग में बहुत सी लोक कलाओं को प्रदर्शित किया है. भगवान श्री कृष्ण लोगों के बहुत करीब हैं. इसलिए मैंने भगवान श्री कृष्ण और राधा की वह तस्वीर बनाई है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण और राधा के मिलन को दर्शाया है. जिसमें उन्हें अलग करना मुश्किल है. यह हमारे यहां गायी जाने वाली कजरी की थीम पर बनाई है.

कलाकार परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव का कहना है कि इस प्रदर्शनी में अधिकतर पेंटिंग भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर बन रही हैं. उनके जन्म से पूर्व भारत की क्या स्थिति थी, किस तरह से उन्होंने लीलाएं की यह सब अपनी पेंटिंग में दिखाया है.

इसे भी पढ़ें - लखीमपुर खीरी : युवा कलाकार ने अनोखे अंदाज में दी जेटली को श्रद्धांजलि

कलाकार दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि मैंने कृष्ण और सुदामा चरित्र को अपनी पेंटिंग के जरिए चित्रित किया है. किस तरह से भगवान श्री कृष्ण से मिलने के लिए सुदामा जाते थे. भगवान श्री कृष्ण नंगे पैर आकर उनका स्वागत सत्कार करते हैं. यह सब मेरी पेंटिंग में झलक रहा है.

कलाकार दुर्जन सिंह राणा का कहना है कि मैंने अपनी पेंटिंग में यह दिखाया है कि किस तरह से भगवान श्री कृष्ण अपने सिर पर मोर का पंख धारण करते थे, लेकिन एक दिन भगवान श्री कृष्ण पंख धारण करना भूल जाते हैं तो मोर किस तरह से मोर पंख भगवान श्री कृष्ण के सिर पर धारण कर रहा है.

ललित कला की ओर से कलाकारों को प्रमोट करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. और यह कार्यक्रम भी उसी तरह से आयोजित किया गया है. इसमें हमने सभी वर्ग के कलाकारों को शामिल किया है. जिससे सभी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके.

- यशवंत सिंह राठौड़, सचिव, राज्य ललित कला अकादमी

मथुरा : श्री कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. जिसका उद्घाटन प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. इस प्रदर्शनी में प्रदेश भर से 115 से ज्यादा कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे. कलाकार भगवान श्री कृष्ण के व्यक्तित्व, उनकी लीलाओं को कैनवास पर तूलिका के जरिए बना रहे हैं. जिसे देखने के लिए लोग आ रहे हैं और उनकी पेंटिग की सराहना भी कर रहे हैं.

मथुरा में चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन.

ईटीवी ने आए हुए कलाकारों से बात की -

कलाकार डाॅ. रामशब्द सिंह का कहना है कि मैंने अपनी पेंटिंग में बहुत सी लोक कलाओं को प्रदर्शित किया है. भगवान श्री कृष्ण लोगों के बहुत करीब हैं. इसलिए मैंने भगवान श्री कृष्ण और राधा की वह तस्वीर बनाई है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण और राधा के मिलन को दर्शाया है. जिसमें उन्हें अलग करना मुश्किल है. यह हमारे यहां गायी जाने वाली कजरी की थीम पर बनाई है.

कलाकार परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव का कहना है कि इस प्रदर्शनी में अधिकतर पेंटिंग भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर बन रही हैं. उनके जन्म से पूर्व भारत की क्या स्थिति थी, किस तरह से उन्होंने लीलाएं की यह सब अपनी पेंटिंग में दिखाया है.

इसे भी पढ़ें - लखीमपुर खीरी : युवा कलाकार ने अनोखे अंदाज में दी जेटली को श्रद्धांजलि

कलाकार दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि मैंने कृष्ण और सुदामा चरित्र को अपनी पेंटिंग के जरिए चित्रित किया है. किस तरह से भगवान श्री कृष्ण से मिलने के लिए सुदामा जाते थे. भगवान श्री कृष्ण नंगे पैर आकर उनका स्वागत सत्कार करते हैं. यह सब मेरी पेंटिंग में झलक रहा है.

कलाकार दुर्जन सिंह राणा का कहना है कि मैंने अपनी पेंटिंग में यह दिखाया है कि किस तरह से भगवान श्री कृष्ण अपने सिर पर मोर का पंख धारण करते थे, लेकिन एक दिन भगवान श्री कृष्ण पंख धारण करना भूल जाते हैं तो मोर किस तरह से मोर पंख भगवान श्री कृष्ण के सिर पर धारण कर रहा है.

ललित कला की ओर से कलाकारों को प्रमोट करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. और यह कार्यक्रम भी उसी तरह से आयोजित किया गया है. इसमें हमने सभी वर्ग के कलाकारों को शामिल किया है. जिससे सभी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके.

- यशवंत सिंह राठौड़, सचिव, राज्य ललित कला अकादमी

Intro:स्पेशल ...
ध्यानार्थ.
इस खबर में पहले जय कन्हैया लाल की वाला वीडियो उपयोग किया जाए . और उसके बाद इसमें भगवान श्री कृष्ण के बाल लीलाओं के फोटो और वीडियो भी उपयोग कर सकते हैं.
मथुरा।
मथुरा में आयोजित श्रीकृष्णोत्सव में चित्रकला प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है. जिसका उद्घाटन सीएम योगी करेंगे. प्रदेश के 115 से ज्यादा कलाकार भगवान श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व, कृतित्व के साथ ही लीलाओं को कैनवास पर तूलिका के जरिए रहे उकेरे रहे हैं. जिसे देखने के लिए मथुरा के लोग भी आ रहे हैं. और उनकी भगवान श्री कृष्ण की बनाई गई लीलाओं की सराहना भी कर रहे हैं.


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कलाकार डा रामशब्द सिंह का कहना है कि, मैंने अपनी पेंटिंग में बहुत लोककला से लेकर के किया है. क्योंकि भगवान श्री कृष्ण जन के बहुत करीब है. इसलिए मैंने भगवान श्री कृष्ण और राधा की वह तस्वीर बनाई है. इसमें भगवान श्री कृष्ण और राधा के मिलन को दर्शाया है. जिसमें उन्हें अलग करना मुश्किल है यह हमारे यहां गाए जाने वाली कजरी की थीम पर बनाई गई है.

कलाकार अनिल सोनी ने बताया कि नई पीढ़ी किस तरह से हमारे कान्हा को जानेंगे जो अपने आप में सुपरमैन है इसलिए यह से आज बहुत जरूरी है मैं नहीं हर घर में सजाए माने जाने वाले लड्डू गोपाल जी की पेंटिंग बनाई है.

कलाकार परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव का कहना है कि, इस प्रदर्शनी में अधिकतर पेंटिंग भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर बन रही हैं कि उनके जन्म से पूर्व क्या भारत की स्थिति थी क्या परिस्थितियां थी किस तरह से उन्होंने लीलाएं कि यह सब है मैंने हातिम पेंटिंग बनाई है जिसमें कंस का वध सहित अन्य तमाम लीलाओं का वर्णन है.
कलाकार दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि, मैंने कृष्ण और सुदामा चरित्र को अपनी पेंटिंग के जरिए चित्रित किया है कि किस तरह से भगवान श्री कृष्ण से मिलने के लिए सुदामा जाते हैं भगवान उन श्री कृष्ण नंगे पैर आ करके उनका स्वागत सत्कार करते हैं यह सब मेरी पेंटिंग में झलक रहा है.

कलाकार दुर्जन सिंह राणा का कहना है कि मैंने अपनी पेंटिंग में यह दिखाया है कि किस तरह से ही भगवान श्रीकृष्ण अपने सिर पर मोर का पंख धारण करते थे लेकिन एक दिन भगवान श्रीकृष्ण पंख धारण करना भूल जाते हैं तो मोर किस तरह से मोर पंख भगवान श्री कृष्ण के सिर पर धारण कर रहा है यह दिखाया है.

ललित कला अकादमी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पुंडीर का कहना है कि
यह कार्यक्रम ब्रज क्षेत्र का है. इसलिए हमने इसमें 10 कलाकार वरिष्ठ और इसके साथ ही अन्य दूसरे कलाकारों को बुलाया है. दूसरे छात्र कलाकार भी हमने बुलाए हैं, जो चित्रांकन कर रहे हैं.

राज्य ललित कला अकादमी के सचिव यशवंत सिंह राठौड़ का कहना है, ललित कला की ओर से कलाकारों को प्रमोट करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. और यह कार्यक्रम भी उसी तरह से आयोजित किया गया है. इसमें हमने सभी वर्ग के कलाकारों को शामिल किया है. जिससे सभी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके.


Conclusion:.....
डा रामशब्द सिंह, कलाकार की।
अनिल सोनी, कलाकार की।
परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव, कलाकार की।
दिनेश प्रताप सिंह , कलाकार की।
दुर्जन सिंह राणा, कलाकार की।
राजेंद्र सिंह पुंडीर , अध्यक्ष ललित कला अकादमी की.
यशवंत सिंह राठौड़ , सचिव, राज्य ललित कला अकादमी की।

..।...।
श्यामवीर सिंह
मथुरा
8387893357
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