आगरा: अक्सर देखा जाता है कि बंदरों को देखते हुए कुत्ते उनको दौड़ा लेते हैं. लेकिन पेट की भूख शांत करने के लिए आगरा जिले के फतेहाबाद मार्ग स्थित सती यशोदा माता के मंदिर पर दोनों बेजुबान जानवरों का प्यार देखते ही बनता है. लॉकडाउन के दौरान समाजसेवियों द्वारा जानवरों के लिए दाना-पानी का इंतजाम किया गया तो सभी जानवर एक साथ खाते नजर आए. यहां समाजसेवियों की तरफ से हर दिन सैकड़ों बंदरों के लिए खाने का इंतजाम किया जा रहा है.
समाजसेवी कर रहे जानवरों की सेवा
सती माता के मंदिर के कपाट बंद हैं. श्रद्धालुओं के न आने से बंदरों को खाना हर रोज की तरह नहीं मिल पा रहा था. लॉकडाउन के दौरान कई समाजसेवियों ने इन बंदरों के लिए खाने की व्यवस्था की.
एक साथ खाते नजर आए बंदर और कुत्ते
कोरोना वायरस आपदा का कहर पूरी दुनिया झेल रही है. लॉकडाउन के बीच इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवर भी परेशान हैं. एक दूसरे का दुश्मन बनने वाले कुत्ते-बंदर एक साथ अपने पेट की भूख शांत कर रहे हैं.
श्रीनाथ जी सेवा संस्थान के अध्यक्ष कुंज बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पवन अग्रवाल बंदरों को खाना खिलाने मंदिर पर पहुंचे. जैसै ही बंदरों के लिए खाद्य सामग्री डालना प्रारंभ किया तो यहां एक साथ बंदर और कुत्ते फल, टोस्ट, चने को प्यार से खाते नजर आए.