आगरा: ताजनगरी की हवा गुरुवार को खतरनाक हो गई. शहर में दिनभर स्मॉग और धुंध की चादर तनी रही. इस वजह से घर से निकलते ही लोगों को आंखों में जलन और श्वांस फूलने की शिकायत हुई. स्मॉग ने बुजुर्गों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने देर शाम देशभर के 119 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी की. इसमें आगरा का एक्यूआई 373 रहा, जो बुधवार के मुकाबले 99 अंक ज्यादा था. देश में सबसे ज्यादा एक्यूआई 489 रही.
जिले में मंगलवार और बुधवार को एक्यूआई में मामूली गिरावट आई थी, लेकिन गुरुवार को ताजनगरी में प्रदूषण का ग्राफ फिर से छलांग मार गया. ताजनगरी की हवा में 30 गुना ज्यादा कार्बन मोनोऑक्साइड और 7 गुना से ज्यादा धूल के कण मिले. इससे हवा बेहद खतरनाक हो गई. आगे आने वाले दिनों में शहर का प्रदूषण और भी खतरनाक स्थिति में पहुंचेगा.
बिना मास्क न निकलें बुजुर्ग
एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार का कहना है कि इस समय श्वांस, अस्थमा रोगी के साथ ही बुजुर्गों को ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है. यह लोग घर से न निकलें. घर से निकलें तो मास्क जरूर लगाएं. बुजुर्ग स्मोकिंग न करें.
एक्यूआई का मानक
- 0 से 50 एक्यूआई होने पर अच्छी हवा
- 51 से 100 एक्यूआई होने पर संतोषजनक हवा
- 101 से 200 एक्यूआई होने पर मध्यम हवा
-201 से 300 एक्यूआई होने पर खराब हवा
-301 से 400 एक्यूआई होने पर बेहद खराब हवा
- 401 से 500 एक्यूआई होने पर खतरनाक हवा
इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा खतरनाक स्तर
गुरुवार को प्रदूषण का स्तर इस सीजन में सबसे ज्यादा था. शुक्रवार को भी सुबह से ही शहर पर स्मॉग की चादर तन गई है. आने वाले दिनों में आगरा का एक्यूआई 400 से ऊपर पहुंच सकता है. जिम्मेदार अधिकारी शहर में जगह-जगह उड़ रही धूल, जलाए जा रहे कूड़े और अन्य प्रदूषण को नियंत्रण करने में नाकाम साबित हो रहे हैं.