आगरा: ताजनगरी में ब्लैक फंगस से एक और महिला मरीज की मौत हो गई. महिला कोरोना संक्रमित भी थी. एसएन मेडिकल कॉलेज ( एसएनएमसी) में सातवीं मौत है. एसएनएमसी में अब तक ब्लैक फंगस के 70 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनकी जान बचाने के लिए चिकित्सकों की टीम ने हर गंभीर मरीज की सर्जरी की है. एसएनएमसी में ब्लैक फंगस के 34 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है.
ब्लैक फंगस के नोडल और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह का कहना है कि जगदीशपुरा की निवासी 45 वर्षीय महिला मरीज कोरोना संक्रमित थी. कोविड-19 के चलते एक निजी अस्पताल में परिजनों ने भर्ती कराया था. उपचार के दौरान महिला ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई. छह जून को हालत गंभीर होने पर महिला मरीज को एसएनएमसी में भर्ती कराया गया था. महिला मरीज के फैफड़ों में इनफेक्शन था, जिसके चलते सांस लेने में दिक्कत थी. वह आईसीयू में भर्ती थी. रविवार को उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई.
एसएनएमसी में ब्लैक फंगस के 70 मरीज भर्ती हुए
ब्लैक फंगस के नोडल और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह का कहना है कि,एसएनएमसी में रविवार को ब्लैक फंगस के चार मरीज भर्ती हुए. एसएनएमसी में अब तक ब्लैक फंगस के 70 मरीज भर्ती हुए हैं. जिनमें 14 दिन की नवजात शिशु भी शामिल है. नवजात शिशु की दो सर्जरी हुई हैं. एसएनएमसी में ब्लैक फंगस के 34 मरीजों की सर्जरी की गई है.
ब्लैक फंगस के आंकड़े
- 70 मरीज ब्लैक फंगस के एसएनएमसी में भर्ती हुए.
- 34 मरीजों की सर्जरी करके निकाला गया ब्लैक फंगस.
- 07 मरीजों की ब्लैक फंगस के चलते निकालने पड़े जबड़े, गाल की हड्डी और गाल.
- 7 मरीजों की एसएनएमसी में ब्लैक फंगस से हुई मौत.
- 03 मरीजों की ब्लैक फंगस के चलते निकालनी पड़ीं आंखें.