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फतेहपुर कारागार के कैदियों ने बनाए महाकुंभ के लिए इको फ्रैंडली झोले, भगवा कुर्ते भी बिखेरेंगे जलवा - PRISONERS MAKE ECOFRIENDLY BAGS

डेनिम के इको फ्रैंडली झोले, भगवा, सहित नीले व क्रीम कलर के 1 हजार झोले बनकर तैयार.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 23, 2025, 1:01 PM IST

फतेहपुर : यूपी के जनपद फतेहपुर कारागार के बंदियों ने महाकुंभ मोनोग्राम प्रिंटेड एक हजार झोले तैयार किए हैं. इन झोलों को जेल प्रशासन ने बंदीरक्षकों के माध्यम से प्रयागराज के महाकुंभ मेला परिसर स्थित लगे कारागार विभाग के स्टाल में भेजा है. महाकुंभ में प्रदूषण व गंदगी से मुक्ति के लिए 'इको फ्रेंडली' काटन के झोलों की बिक्री होगी. अब साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते फतेहपुर कारागार में बनाए जा रहे हैं. अनुमान है कि बसंत पंचमी तक कुर्ते बनकर तैयार हो जाएंगे.

बता दें जिला कारागार में साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. 1-2 दिनों के भीतर कच्चा माल जिला कारागार पहुंच जाएगा. इको फ्रेंडली 1 हजार रंगबिरंगे झोले गत्तों में भरकर जेल प्रशासन ने, महाकुंभ प्रयागराज बिक्री के लिए भेज दिया.

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वहीं जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जेल में कैदियों के तैयार किए गए भगवा, नीले व क्रीम कलर के 1 हजार झोलों को महाकुंभ, प्रयागराज भेज दिया गया है. झोलों में ऊं. सर्वसिद्धप्रद: कुम्भ, महाकुम्भ प्रयागराज 2025 प्रिंट कराया गया है. झोलों के बाद अब साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते बनवाए जाएंगे. करीब 500 भगवा कुर्ते बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

जेल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि जींस कपड़े का झोला 100 रुपये में तो काटन झोला 15 रुपये में बेचा जाएगा, और इन झोलों की बिक्री का 10 प्रतिशत झोला बनाने वाले कैदियों को मिलेगा.

यह भी पढ़ें : कौन हैं बवंडर बाबा, 4 साल पहले घर छोड़कर बाइक से लाखों किलोमीटर की यात्रा करने क्यों निकले? जानिए

फतेहपुर : यूपी के जनपद फतेहपुर कारागार के बंदियों ने महाकुंभ मोनोग्राम प्रिंटेड एक हजार झोले तैयार किए हैं. इन झोलों को जेल प्रशासन ने बंदीरक्षकों के माध्यम से प्रयागराज के महाकुंभ मेला परिसर स्थित लगे कारागार विभाग के स्टाल में भेजा है. महाकुंभ में प्रदूषण व गंदगी से मुक्ति के लिए 'इको फ्रेंडली' काटन के झोलों की बिक्री होगी. अब साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते फतेहपुर कारागार में बनाए जा रहे हैं. अनुमान है कि बसंत पंचमी तक कुर्ते बनकर तैयार हो जाएंगे.

बता दें जिला कारागार में साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. 1-2 दिनों के भीतर कच्चा माल जिला कारागार पहुंच जाएगा. इको फ्रेंडली 1 हजार रंगबिरंगे झोले गत्तों में भरकर जेल प्रशासन ने, महाकुंभ प्रयागराज बिक्री के लिए भेज दिया.

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वहीं जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जेल में कैदियों के तैयार किए गए भगवा, नीले व क्रीम कलर के 1 हजार झोलों को महाकुंभ, प्रयागराज भेज दिया गया है. झोलों में ऊं. सर्वसिद्धप्रद: कुम्भ, महाकुम्भ प्रयागराज 2025 प्रिंट कराया गया है. झोलों के बाद अब साधु-संतों के लिए भगवा रंग के हाफ कुर्ते बनवाए जाएंगे. करीब 500 भगवा कुर्ते बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

जेल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि जींस कपड़े का झोला 100 रुपये में तो काटन झोला 15 रुपये में बेचा जाएगा, और इन झोलों की बिक्री का 10 प्रतिशत झोला बनाने वाले कैदियों को मिलेगा.

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