आगरा: ताजनगरी में सीएम योगी के पांच दूतों के कैम्प करने के बाद लॉकडाउन में जबरदस्त सख्ती बढ़ा दी गयी है. लेकिन इस दौरान अब जिला प्रशासन और पुलिस आमने सामने आ गए हैं. बुधवार को पुलिस के खिलाफ एसडीएम बाह के द्वारा जिलाधिकारी को लिखा गया पत्र खूब वायरल हो रहा है. तो वहीं ड्यूटी पर जा रहे लेखपाल का चालान काटे जाने से गुस्साई एसडीएम सदर गरिमा सिंह ने खुद मौके पर जाकर पुलिसकर्मियों को कानून का पाठ पढ़ाया. इस दौरान एसडीएम मैडम ने कई पुलिसकर्मियों की गाड़ी का चालान कटवाएं और जमकर खरी खोटी सुनाई. उधर पूरे मामले पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
लेखपाल का पुलिस कर्मी ने काटा चालान
इस कोरोना संकट में लेखपालों की भी आगरा कैंट और आईएसबीटी पर ड्यूटी लगाई गई है. सभी लेखपालों को प्रवासी मजदूरों को उनके गांव तक छोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन जब लेखपाल आगरा की ओर आ रहे हैं तो ड्यूटी पास होते हुए भी पुलिसकर्मी उनके साथ अभद्रता कर रहे हैं और उनके वाहन का चालान कर दे रहे हैं.
लेखपाल का चालान काटने पर भड़ाक एसडीएम का गुस्सा
लेखपालों के विरोध जताने और हड़ताल कर देने की धमकी के बाद एसडीएम बाह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा जो कि सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसके बाद तहसील सदर के एक लेखपाल का चालान कटने पर गुस्साईं एसडीएम सदर गरिमा सिंह खुद आगरा के कलेक्ट्रेट चौराहे पर पहुंच गईं. इस दौरान राज्यकर्मियों से अभद्रता और चालान काटने पर पुलिस को खरी-खोटी सुनाई. इसके बाद उन्होंने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से पुलिसकर्मियों की गाड़ियां रुकवा कर जबरन चालान कटवाएं.
सोशल मीडिया पर पत्र हो रहा वायरल
हंगामे की जानकारी पर एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार, सीओ कोतवाली चमन सिंह चावड़ा और टीआई समेत कई अधिकारी पहुंच गए और मामले को शांत कराया.