आगरा : बीती 23 जुलाई को ईटीवी भारत ने ताजनगरी के गौहर्रा बाबरपुर प्राथमिक विद्यालय में बारिश से हुए जलभराव की वीडियो दिखाई थी, जिसमें बच्चे पढ़ने के बजाय तैरते नजर आ रहे थे. वहीं, इस खबर को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट भी किया था, जिससे शिक्षा विभाग में खलबली मच गई थी. इसके बाद सैया एबीएसए ने विद्यालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया था. इसी कड़ी में मंगलवार को ईटीवी भारत ने फिर से गौहर्रा बाबरपुर प्राथमिक विद्यालय का रियलिटी चैक किया तो अधिकारियों के निरीक्षण की 'ऑल इज वेल' वाली रिपोर्ट की पोल खुल गई. रियलिटी चेक के दौरान स्कूल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को दुरुस्त करने के दावे वाली बात झूठ साबित हुई. स्कूल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर जो दावे किए गए थे, मौजूदा स्थिति उसके उलट नजर आई. इतना ही नहीं दीवार पर रखा नंगा बिजली का तार मिला, जो कभी भी हादसे का सबब बन सकता है.
गौहर्रा बाबरपुर प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर चंद्रकांत त्यागी ने बताया कि तेज बारिश के कारण रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के पाइप बंद हो गए हैं. जिससे बारिश का पानी स्कूल परिसर में जमा हो गया. सड़क ऊंची होने की वजह से जमा पानी की निकासी भी नहीं हो पाई है. यहीं, वजह रही कि विद्यालय के कमरों में भी पानी भर गया. जैसे-तैसे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की बंद नालियों को खोला गया. तब कहीं जाकर बारिश का पानी स्कूल परिसर से काम हुआ. वहीं, जब विद्यालय की साफ-सफाई गंदगी के साथ ही बिजली के नंगे तार शौचालय पर लटकते मामले पर सवाल किया तो हेडमास्टर चंद्रकांत त्यागी ने चुप्पी साध ली.
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अखिलेश यादव ने ईटीवी भारत की खबर ट्वीट करके सरकार पर साधा था निशाना
सपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ईटीवी भारत की खबर का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था. उन्होंने लिखा था कि "भाजपा सरकार की नई सौगात, शिक्षा और तैराकी एक साथ।"
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जलभराव की समस्या का ठोस समाधान नहीं
ग्रामीण राजेंद्र ने बताया कि गांव में जलभराव की बड़ी समस्या है. तालाब ओवरफ्लो है. इस वजह से गलियों और घरों में गंदा पानी और गंदगी पहुंच जाती है. लेकिन, इसका समाधान नहीं है. भले ही पंपसेट लगाकर पानी निकाला जाता है. गंदगी और जलभराव की वजह से मौसमी बीमारी भी लोगों को खूब सताती है. एक अन्य ग्रामीण सुरेश ने बताया कि जलभराव की वजह से गंदे पानी में निकलना पड़ता है, जिससे खुजली समेत अन्य तमाम बीमारियां भी हो रही हैं. गंदगी की वजह से पशुओं को भी बीमारियां घेर रही हैं. लेकिन, यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई देखने नहीं आ रहा है.
जलभराव बना जी का जंजाल
ग्रामीण महिला रामवती का कहना है कि पूरे गांव का गंदा पानी हमारे घर के आस-पास भर जाता है, क्योंकि, यहां ढलान है. इस बारे में जब शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है. विरोध करने पर झगड़ा और मारपीट हो जाती है. पुलिस तक को बुला लिया जाता है. ग्रामीण महिला मिथलेश का कहना है कि, पानी से सभी परेशान हैं. जलभराव से सभी परेशान हैं. बच्चे आए दिन गिर जाते हैं. हर दिन गोद में लेकर बच्चों को गंदगी से पार कराते हैं. जलभराव जी का जंजाल बन गया है.
क्या बोलीं ग्राम प्रधान ?
ग्राम प्रधान चंद्रप्रभा चंदेल ने बताया कि जलभराव की समस्या को लेकर पंपसेट से पानी निकलवाया जा रहा है. साथ ही गांव के पक्के खड़जा बनवाने के लिए भी पूरी तैयारी कर ली है. मगर, अभी बारिश का मौसम है तो ऐसे में खड़ंजा नहीं कराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अभी बजट आया है, उसमें तमाम कार्य कराए जा रहे हैं.
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