आगरा: साल 2013 में महाराष्ट्र में प्रीति राठी पर एसिड अटैक करने वाले आरोपी की सजा को मुम्बई हाईकोर्ट ने फांसी से उम्रकैद में बदल दिया है. इस फैसले पर जिले में एसिड अटैक पीड़िताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ईटीवी भारत से बातचीत में उनका कहना है कि इस तरह के कांड में शामिल होने वालों को इतनी कठोर सजा मिलनी चाहिए कि ऐसा करने से पहले वो सौ बार सोचें.
आरोपी को मिले फांसी की सजा...
- साल 2016 में महाराष्ट्र विशेष महिला कोर्ट ने प्रीति राठी तेजाब कांड में आरोपी अंकुर पवार को फांसी की सजा सुनाई थी.
- कोर्ट के इस फैसले का जनता ने स्वागत किया था.
- इसके बाद अब 2019 में महाराष्ट्र हाईकोर्ट द्वारा अंकुर पवार की सजा को बदलकर उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया.
- हाइकोर्ट के इस फैसले के बाद आगरा की एसिड अटैक का शिकार महिलाओं और लड़कियों में खासा रोष है.
- एसिड पीड़िताओं का कहना है कि ऐसे आरोपियों की सजा कम नहीं होनी चाहिए, ताकि कोई भी यह करने से डरे.
- पीड़िताओं ने यूपी में तेजाब को जगह-जगह आसानी से मिलने पर चिंता जताई.
- उन्होंने सरकार से बिना आईडी प्रूफ दिए तेजाब की बिक्री पर रोक लगाने की अपील की.
हालांकि, इस मामले में न्यायालय का फैसला सभी के लिए मान्य है और लोग बस अपनी प्रतिक्रिया ही दे सकते हैं पर तेजाब पीड़िताओं का यह दर्द आज लोगों को इस तरह का कार्य करने से रोकने की हिम्मत जरूर देता है.