आगरा: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) की ओर से एक नई पहल की गई. इसके तहत एनसीआर में कार्यरत महिला लोको पायलट, गार्ड और आरपीएफ की महिला जवान को आगरा से निजामुद्दीन तक चलने वाली ईएमयू शटल ट्रेन की कमान सौंपी गई.
आगरा कैंट स्टेशन से शुक्रवार शाम 4 बजकर 15 मिनट पर लोको पायलट गीता यादव और गार्ड शिल्पी चौधरी ने यात्रियों को लेकर निजामुद्दीन के लिए रवाना हुई. इस दौरान महिला लोको पायलट, गार्ड, टीटी और आरपीएफ की महिला कर्मचारियों की खुशी देखते ही बन रही थी. रेलवे के अधिकारियों का कहना हैकि यह महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए किया गया है.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया कदम
आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर नजारा शुक्रवार शाम बदला हुआ था. यहां पर आगरा से निजामुद्दीन चलने वाली शटल को दौड़ाने के लिए लोको पायलट गीता यादव और गार्ड शिल्पी चौधरी के साथ ही टिकट निरीक्षक व आरपीएफ की महिला कर्मचारी खड़ी थी. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एनसीआर की ओर से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए ईएमयू शटल की कमान महिला कर्मचारियों के हाथों में सौंपी गई.
इस बारे में ईटीवी भारत ने लोको पायलट गीता यादव से बात की. गीता यादव ने बताया कि वह असिस्टेंट लोको पायलट पद पर मथुरा में तैनात हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एनसीआर ने पहल करके आगरा से निजामुद्दीन जाने वाली ईएमयू शटल की कमान महिला कर्मचारियों को सौंपी है. यह बहुत अच्छा कदम है. मैं बहुत खुश हूं, वहीं, शटल की गार्ड शिल्पी चौधरी का कहना है कि यह महिला सशक्तिकरण के साथ ही समानता को बढ़ावा देने वाला कदम है और ऐसा ही होना चाहिए.
एडीआरएम डीके सिंह ने बताया किमहिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आगरा से निजामुद्दीन तक जाने वाली ईएमयू शटल की जिम्मेदारी महिला लोको पायलट,महिलागार्ड, महिला टिकट निरीक्षक और आरपीएफ की महिला जवानों को दी गई है. वह ट्रेन लेकररवाना हो गई. रेलवे की ओर से यह महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिए जाने की पहल है.