आगरा: शहर के व्यस्ततम इलाके यमुना किनारा रोड सहित पांच सड़कों को पाइपलाइन और सीवर लाइन बिछाने के लिए खोद दिया गया है. सड़कों की खुदाई, ट्रैफिक डायवर्ट और ऊबड़-खाबड़ सड़कों से गुजरने में 5 लाख से ज्यादा लोग परेशान हैं. लोगों को जाम के साथ ही खुदाई के बाद उड़ती धूल से भी जूझना पड़ रहा है. इन क्षेत्रों में लोगों का कारोबार भी लगभग ठप सा हो गया है, इससे कारोबारी भी परेशान है.
यमुना किनारा रोड पर कारोबार बंद
स्मार्ट सिटी के तहत ताजगंज में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति होनी है. इसको लेकर 142 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट पास किया गया है, जिसमें वाटर वर्क्स से फतेहाबाद रोड तक सड़क की खुदाई करके पेयजल लाइन डाली जानी है. यह काम करीब 15 अक्टूबर तक चलेगा. जिसकी वजह से दो लाख से ज्यादा लोग परेशान हैं. इसके साथ ही सड़क खुदी होने के कारण स्थानीय जनता के साथ कारोबारियों और ताजमहल आने वाले पर्यटकों को परेशाना का सामना करना पड़ता है. कारोबार भी एक दम ठप हो गया है.
किशोरपुरा-बोदला रोड: डेढ़ लाख लोग परेशान
जल निगम ने सीवर लाइन बिछाने के लिए किशोरपुरा-बोदला रोड को एक महीने से ज्यादा समय के लिए बंद कर दिया है. यहां पर तेजी से सीवर के लिए खुदाई और सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है, जो 10 नवंबर तक चलेगा. इस वजह से बोदला-लोहामंडी मार्ग से गुजरने वाले डेढ़ लाख से ज्यादा की आबादी को दूसरे रास्ते प्रताप नगर-शाहगंज से घूम करके निकलना पड़ रहा है.
ईंट मंडी रोड: 50 हजार की आबादी परेशान
वेस्टर्न जोन में सीवरेज कार्य के लिए पश्चिमपुरी से ईंट की मंडी और दहतौरा रोड जाने वाली सड़क पूरी तरह से बंद है. यहां 15 अक्टूबर तक काम पूरा होने की उम्मीद है. इससे 25 से ज्यादा कॉलोनियों की में 50 हजार से ज्यादा की आबादी परेशान है. लोगों को घर पर तक आने के लिए 2 से ढाई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
पश्चिमपुरी: ऊबड़ खाबड़ रास्ता, पैदल निकलना मुश्किल
पश्चिमपुरी क्षेत्र में सत्संग भवन से अमल गार्डन तक 80 फुट रोड पर सीवर लाइन की खुदाई का काम चल रहा है, जिसके चलते सड़क को खोदा गया है. इससे रास्ता बंद कर दिया है 16 कॉलोनियों की 40 हजार से ज्यादा आबादी को उबड़ खाबड़ रास्ता से निकलना पड़ रहा है. यहां से पैदल निकलना मुश्किल है.
फतेहाबाद रोड : 60 हजार लोग परेशान
आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत फतेहाबाद रोड पर जगह-जगह विकास कार्य चल रहा है. कहीं सीवर लाइन तो कहीं पेयजल लाइन बिछाने के लिए सड़क, गलियां खोदी गई हैं. इससे क्षेत्र की 15 से ज्यादा कालोनियों के रास्ते बदल गए हैं. इस वजह से करीब 50 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है.
दुकानदार बोले- काम धंधा बंद
दुकानदार अनिल का कहना है कि सड़क की खुदाई से धूल- मिट्टी तो उड़ती ही है. रास्ता बंद होने से यहां कोई ग्राहक भी नहीं आता है. इस वजह से पूरा काम धंधा भी बंद हो गया है.
नई सड़क बनाई जाए
राहगीर नरेंद्र का कहना है कि स्मार्ट सिटी के काम चलते सड़क को दोनों ओर खोद कर डाल दिया है, जिससे आधा ट्रैफिक इधर और आधा ट्रैफिक उधर चल रहा है. धूल उड़ती रहती है. लोगों को बहुत समस्या होती है. जल्द ही काम पूरा होते ही फिर से नई सड़क बनाई जाए.