आगराः डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय(Dr Bhimrao Ambedkar University) को आखिरकार करीब 15 माह बाद स्थाई कुलपति मिल गया. कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल(Chancellor Anandi Ben Patel) ने गुरुवार को प्रोफेसर आशु रानी(Professor Ashu Rani) को कुलपति नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति 3 साल तक के लिए रहेगी. 15 माह से डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय कार्यवाहक कुलपतियों की देखरेख में चल रहा था.
इस दौरान कई बार विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल भी उठे. बीएससी का पेपर लीक हुआ तो हाल में बीएएमएस की कॉपी बदलने का मामला खुला. अब एमबीबीएस की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मुकदमा दर्ज हुआ है. इससे विश्वविद्यालय की खूब किरकिरी हो रही और सुर्खियों में रहा.
बता दें कि 11 फरवरी-2020 को विश्वविद्यालय का कुलपति प्रो. अशोक मित्तल बनाए गए थे. लेकिन प्रो. मित्तल वित्तीय अनियमितताओं समेत कई आरोपों में घिर गए, तो पहले पांच जुलाई-2021 को इन्हें हटा दिया गया. करीब छह महीने बाद 11 जनवरी को उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. इस पर कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय को कार्यवाहक कुलपति बनाया. इसके बाद 26 जनवरी को कुलाधिपति ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का कार्यवाहक कुलपति बनाया.
दरअसल, रविवार को कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि का निरीक्षण किया था, जिसमें भी तमाम खामियां मिली थी. बीएएमएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने को लेकर भी कुलाधिपति ने पहले ही नाराजगी जाहिर की थी. इसके बाद बुधवार को एसबीबीएस की परीक्षा बदलने की जानकारी पुलिस ने दी, तो विश्वविद्यालय की परीक्षाओं की गोपनीयता की पोल खुल गई.
तीन साल के लिए किया गया नियुक्ति
कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को कोटा विवि राजस्थान की प्रोफेसर आशु रानी को तीन साल के लिए आंबेडकर विवि का स्थायी कुलपति नियुक्ति किया है. प्रो. आशु रानी कोटा विवि के केमिस्ट्री विभाग की हेड हैं और डायरेक्टर रिसर्च हैं.
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