आगरा: ताजनगरी में विहिप की दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारी ऐलान के मुताबिक मंगलवार दोपहर को हिजाब के विरोध में ताजमहल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने निकले. पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए रामबाग, शमशाबाद और हरीपर्वत क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को बीच रास्ते में रोक लिया. काफी देर तक पुलिस और हिंदूवादियों के बीच बहस हुई. अंत में दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारियों ने सीओ सदर को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में लिखा कि भारत में रहकर संविधान और कानून मानना होगा. हिजाब यहां नहीं चलेगा. स्कूल और कालेज में ड्रेस कोड में आना होगा.
बता दें कि बीते शनिवार को विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया था कि मंगलवार दोपहर को ताजमहल परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इसके बाद से ही पुलिस प्रशासन और एएसआई के अधिकारी हरकत में आ गए थे. दुर्गा वाहिनी के ऐलान के बाद से ताजमहल की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ जवान (CISF jawans) और अधिकारी भी सतर्क हो गए. ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी दोनों गेट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.
ताजमहल पर पहुंचने से पहले ही रामबाग, हरीपर्वत और शमशाबाद में हिंदूवादियों के वाहनों को पुलिस ने रोककर सभी को हिरासत में ले लिया. वहीं, कुछ लोग सीधे शिल्पग्राम पार्किंग में पहुंच गए. वहां पर पहले से मौजूद ताजगंज पुलिस (Tajganj Police) ने विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को शिल्पग्राम चौराहे से आगे जाने नहीं दिया. काफी देर तक पुलिस और दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारियों के बीच बहस भी हुई. फिर कार्यकर्ताओं ने सीओ सदर राजीव कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा और चले गए.
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विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी की क्षेत्रीय संयोजक रीना शर्मा ने बताया कि पूरे देश में हिजाब को लेकर विवाद चल रहा है. इसके विरोध में हमें ज्ञापन ताजमहल पर देना था. पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्वक था. लेकिन, पुलिस ने यहां आने वाली बहनों की गाड़ियों को पहले ही रामबाग, शमशाबाद और हरीपर्वत क्षेत्र में रोक लिया और हमें भी शिल्पग्राम तिराहे से आगे नहीं जाने दिया.
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