आगराः 23 सितंबर 2019 को चंचल पुत्र मूलचंद निवासी राकेश नगर ने थाना एत्माद्दौला ने भूरी सिंह पुत्र द्वारका प्रसाद निवासी राकेश नगर के खिलाफ तहरीर दी थी. जिसमें चंचल ने भूरी सिंह के खिलाफ आरोप लगाया कि 12 सितंबर को भूरी सिंह शाम के 4:00 बजे जूते की फैक्ट्री के ऊपर से चढ़कर और दीवार फांद कर उसके घर में घुस आया. उसकी पुत्री के साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देकर भाग गया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू कर दिया था.
दारोगा को छत से फेंका
मुखबिर की सूचना के अनुसार पुलिस भूरी सिंह को पकड़ने के लिए 17 फरवरी 2020 को राकेश नगर थाना एत्माद्दौला पहुंची. साथ ही नामजद अभियुक्त को पुलिस ने दबिश देकर छत से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त को पुलिस वहां से लेकर जा रही थी कि तभी पुलिस ने देखा कि वहां पर पहले से मौजूद सोनू पुत्र मलखान, राजेश पुत्र सरदार, मलखान पुत्र नामालूम, सरदार उर्फ सौदान सिंह पुत्र नामालूम आदि ने थाना एत्माद्दौला पुलिस की टीम को चारों तरफ से घेर लिया और लाठी-डंडों से मारपीट करते हुए पथराव करने लगे. सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए पुलिस कर्मियों के मोबाइल भी छीन लिए. उसी दौरान उप निरीक्षक मोहम्मद नफीस को छत से नीचे फेंक दिया. जिससे उपनिरीक्षक को काफी चोटें आईं. इसके बाद अभियुक्त वहां से फरार हो गए.
पुलिस ने बताया कि अभियोग में नामजद अभियुक्तों में से 15 मार्च 2020 को नामजद अभियुक्त मलखान पुत्र हरिमोहन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वहीं 12 अगस्त को अभियुक्त सरदार उर्फ सौदान पुत्र हरिमोहन को भी आगरा में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. साथ ही बाकी के अभियुक्तों को तलाश करने में पुलिस जुटी हुई थी. तभी 27 सितंबर 2020 को मुखबिर के द्वारा मिली सूचना के आधार पर चंद्रेश पुत्र सौदान सिंह निवासी राकेश नगर को टेढ़ी बगिया चौराहे से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है.