आगरा : ताजनगरी में सीवर लाइन बिछाने के लिए सेक्टर-4 में की जा रही खुदाई में जल निगम ने पानी की 8 इंच की पाइप लाइन तोड़ दी. पाइप लाइन टूटने के कारण जलापूर्ति ठप हो गई. गुरुवार शाम सात बजे पानी की पाइप लाइन टूट जाने के कारण आवास विकास क्षेत्र के एक लाख से ज्यादा लोगों को पानी की किल्लत हो गयी. वहीं शुक्रवार सुबह भी यहां जलापूर्ति नहीं हो सकी थी.
दरअसल, आवास विकास कॉलोनी में 15 दिन के अंदर फिर से पेयजल संकट गहरा गया है. सिकंदरा वाटरवर्क्स से आवास विकास कॉलोनी के भूमिगत जलाशय भरने के लिए आठ इंच की लाइन आई है. गुरुवार शाम सात बजे जल निगम ने सेक्टर-4 में सीवर लाइन की खुदाई में लापरवाही बरती, जिससे यह पाइप लाइन फट गई. इससे सड़क पर पानी फैलने लगा. शिकायत पर सप्लाई बंद कराई गई, लेकिन तब तक हजारों लीटर पानी सड़क पर बर्बाद हो चुका था.
शुक्रवार को भी नहीं मिला पानी
आवास विकास कॉलोनी में शाम 5:30 बजे से पानी की आपूर्ति होती है. आपूर्ति बीच में ही रुकने से लोगों को आधा ही पानी मिल पाया. लोगों को शुक्रवार को भी पानी नहीं मिला.
15 से 20 मीटर धंसी सड़क
पाइप लाइन के फटने की वजह से हजारों लीटर पानी जहां सड़क पर बह रहा था. वहीं पानी के जमा होने से आसपास की करीब 15 से 20 मीटर की सड़क भी धंस गई. इसमें करीब 3 मीटर गहरा गड्ढा हो गया.
हजारों लोग गुजरते हैं रोजाना
व्यस्त सड़क होने की वजह से रोजाना यहां से हजारों लोग गुजरते हैं. वहीं गड्ढा होने की वजह से एक तरफ की सड़क को बंद कर दिया गया. इससे जाम की स्थिति भी समय-समय पर पैदा होती रही.
सीवर लाइन के लिए जगह-जगह हुई खुदाई
राहगीर अनिल शर्मा का कहना है सीवर लाइन और पानी की पाइप लाइन की वजह से जगह-जगह खुदाई कर दी गई है. इसकी अभी मरम्मत भी नहीं की गई है. रोजाना इस रास्ते से निकलना बड़ी समस्या हो गयी है. स्थानीय निवासी प्रमोद सारस्वत का कहना है कि पाइप लाइन फटने की वजह से सड़क पर पानी भर गया था और यह गड्ढा हो गया. आज सुबह अधिकारी यहां आए हैं और अब पाइपलाइन की मरम्मत कर इस गड्ढे को भरने में लगे हुए हैं. वहीं स्थानीय निवासी जगदीश ने बताया कि कल करीब शाम 6:00 बजे इस सड़क पर पाइप फट गया था, जिससे पानी फैलने लगा था. सुबह होते-होते सड़क 2 से 3 मीटर नीचे धंस गई और बड़ा गड्ढा हो गया. पाइप लाइन फटने से क्षेत्र पानी की आपूर्ति को भी बंद कर दिया गया है.
जल्द ही पूरी होगी मरम्मत
जल निगम के अधिकारी का कहना है कि सुबह से ही मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है. जल्द ही समस्या को सुलझा लिया जाएगा. आज रात तक पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी.