आगरा: कोरोना महामारी की मार से एक बार फिर पेठा नगरी में पेठा कारोबारियों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. बीते साल कोरोना की वजह से पेठा कारोबारियों को तकरीबन 300 करोड़ का नुकसान हुआ था. आगरा में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से पेठा कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऐसे में पेठा कारोबारियों ने प्रशासन से राहत की मांग की है.
आगरा का मशहूर पेठा देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी विख्यात है. जिस तरह आगरा का ताज पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है. ठीक वैसे ही आगरा का पेठा भी विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है, लेकिन कोविड-19 की वजह से एक बार फिर से पेठा नगरी में पेठा कारोबारियों पर संकट मंडराने लगा है.
पेठा नगरी में पसरा सन्नाटा
कोरोना के बढ़ते मामले से नूरी दरवाजा स्थित पेठा बनाने वाले इकाइयों के यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. एक समय था जब नूरी दरवाजे के पास पेठे की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लग जाती थी, लेकिन कोविड-19 ने इस भीड़ को सन्नाटे में तब्दील कर दिया है.
पिछले साल हुआ था 300 करोड़ का नुकसान
पेठा कारोबारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के कारण पेठा कारोबारियों को तकरीबन 300 करोड़ का नुकसान हुआ था. पेठा कारोबारी सुनील कुमार सिंघल ने बताया कि कोरोना की वजह से पेठे का व्यापार ठप पड़ा हुआ है. आगरे के पेठे की देश-विदेश में मांग है, लेकिन इस समय पेठे की सप्लाई बंद कर दी गई है. पिछली बार भी यही हालात होने के चलते व्यापारियों का काम ठप पड़ा हुआ था.
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