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अब आगरा में रोज 4,000 कोरोना सैंपलों की हो सकेगी जांच - आगरा में बढ़े कोरोना मामले

यूपी के आगरा में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आगरा को कोविड जांचने के लिए एक और मशीन मिलने वाली है. इससे जनपद में कोरोना सैंपल की संख्या बढ़ सकेगी. वर्तमान में लगभग 3,000 सैंपलों की रोज जांच हो रही है.

अब आगरा में रोज 4,000 कोरोना सैंपलों की हो सकेगी जांच
अब आगरा में रोज 4,000 कोरोना सैंपलों की हो सकेगी जांच
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Published : Nov 28, 2020, 10:18 PM IST

आगराः ताजनगरी में सर्दी की शुरुआत में ही कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है. शुक्रवार को नए 97 संक्रमित और शनिवार देर शाम तक 76 नए कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट आई. कोविड-19 संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग और एसएन मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) प्रशासन ने टेस्टिंग बढ़ाने की व्यवस्था की है. एसएनएमसी की माइक्रोबायोलॉजी लैब में एक और आरटीपीसीआर मशीन मंगाई जा रही है. इससे आगरा में चार हजार से ज्यादा सैंपल की जांच हो सकेगी. इसके साथ ही असर मेडिकल कॉलेज में आईसीयू बैड भी 140 बढ़ाए जा रहे हैं.

मशीन की टेंडर प्रक्रिया पूरी.

हर दिन हो रहे तीन हजार सैंपलों की जांच
एसएनएमसी की माइक्रोबायोलॉजी लैब में आरटीपीसीआर की दो मशीनें हैं, जिनसे कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. हर दिन अभी तीन हजार सैंपल की जांच एसएनएमसी में हो रही है. मगर, सर्दी में कोरोना संक्रमण एक बार फिर कहर बरपाएगा. इसको लेकर यूपी सरकार पहले से तैयारियों में जुट गई है.

नई आरटीपीसीआर मशीन मंगाई
एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ संजय काला का कहना है कि कोरोना सैंपल की टेस्टिंग बढ़ाने को एक और आरटीपीसीआर मशीन मंगाई जा रही है. टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है. यह मशीन माइक्रोबायोलॉजी लैब में लगाई जाएगी. इसके साथ ही लैब में स्टाफ भी बढ़ाया जा रहा है. इस मशीन के आने से जनपद में 4000 से ज्यादा सैंपल की जांच हो सकेगी. माइक्रोबायोलॉजी लैब में तीन शिफ्ट में कर्मचारी कोविड की जांच कर रहे हैं. अब नई मशीन के चलते स्टाफ की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है.

अब तक 3,42,491 सैंपलों की हुई जांच
आगरा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 9,098 हो चुकी है. अब तक 164 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 8,221 संक्रमित ठीक हो चुके हैं. आगरा में शनिवार तक 3,42,491 सैंपल की जांच की गई, जिसमें पॉजिटिविटी रेट 2.66% रहा. आगरा में क्योर रेट 90.36 प्रतिशत है.

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग और सही समय पर सैंपल की जांच रिपोर्ट आने की योजना बनाई गई है. इससे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकी जा सकती है. इसके अलावा टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखना होगा.

डॉ. संजय काला, प्राचार्य, एसएनएमसी

आगराः ताजनगरी में सर्दी की शुरुआत में ही कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है. शुक्रवार को नए 97 संक्रमित और शनिवार देर शाम तक 76 नए कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट आई. कोविड-19 संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग और एसएन मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) प्रशासन ने टेस्टिंग बढ़ाने की व्यवस्था की है. एसएनएमसी की माइक्रोबायोलॉजी लैब में एक और आरटीपीसीआर मशीन मंगाई जा रही है. इससे आगरा में चार हजार से ज्यादा सैंपल की जांच हो सकेगी. इसके साथ ही असर मेडिकल कॉलेज में आईसीयू बैड भी 140 बढ़ाए जा रहे हैं.

मशीन की टेंडर प्रक्रिया पूरी.

हर दिन हो रहे तीन हजार सैंपलों की जांच
एसएनएमसी की माइक्रोबायोलॉजी लैब में आरटीपीसीआर की दो मशीनें हैं, जिनसे कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. हर दिन अभी तीन हजार सैंपल की जांच एसएनएमसी में हो रही है. मगर, सर्दी में कोरोना संक्रमण एक बार फिर कहर बरपाएगा. इसको लेकर यूपी सरकार पहले से तैयारियों में जुट गई है.

नई आरटीपीसीआर मशीन मंगाई
एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ संजय काला का कहना है कि कोरोना सैंपल की टेस्टिंग बढ़ाने को एक और आरटीपीसीआर मशीन मंगाई जा रही है. टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है. यह मशीन माइक्रोबायोलॉजी लैब में लगाई जाएगी. इसके साथ ही लैब में स्टाफ भी बढ़ाया जा रहा है. इस मशीन के आने से जनपद में 4000 से ज्यादा सैंपल की जांच हो सकेगी. माइक्रोबायोलॉजी लैब में तीन शिफ्ट में कर्मचारी कोविड की जांच कर रहे हैं. अब नई मशीन के चलते स्टाफ की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है.

अब तक 3,42,491 सैंपलों की हुई जांच
आगरा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 9,098 हो चुकी है. अब तक 164 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 8,221 संक्रमित ठीक हो चुके हैं. आगरा में शनिवार तक 3,42,491 सैंपल की जांच की गई, जिसमें पॉजिटिविटी रेट 2.66% रहा. आगरा में क्योर रेट 90.36 प्रतिशत है.

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग और सही समय पर सैंपल की जांच रिपोर्ट आने की योजना बनाई गई है. इससे कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकी जा सकती है. इसके अलावा टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखना होगा.

डॉ. संजय काला, प्राचार्य, एसएनएमसी

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