आगरा: ताजमहल के आसपास 500 मीटर की परिधि में नो फ्लाई जोन है. जबकि, एनर्जी ड्रिंक कंपनी रेड बुल (Energy drink company Red Bull) ने 9 अक्टूबर को हवाई स्टंट का ऐलान किया था. लेकिन, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) (एएसआई) ने शनिवार को कंपनी को हवाई स्टंट की अनुमति नहीं दी. इससे कंपनी बैकपुट पर आ गई है, जिससे द सोल फ्लायर्स के नाम से प्रसिद्ध छह बार के विश्व चैंपियन फ्रेडरिक फुगेन और विंसेंट कोटे की ताजमहल के ऊपर और पास हवा में कलाबाजियां दिखाने का सपना टूट गया.
बता दें कि एनर्जी ड्रिंक कंपनी रेड बुल ने रविवार 9 अक्टूबर को दोपहर एक बजे ताजमहल के ऊपर साहसिक कारनामे की घोषणा की थी. इसके लिए कंपनी की ओर से सोशल मीडिया पर इंटरनेट मीडिया पर कार्यक्रम के ब्रोशर जारी किया, जिसमें कंपनी ग्यारह सीढ़ी, मेहताब बाग, ताजमहल के पास, धर्मपुरी, वन कॉलोनी, नगला देवजीत में हवा में कलाबाजी का जिक्र किया था. इतना ही नहीं, कंपनी की ओर से तमाम संस्थान को निमंत्रण पत्र भी भेज दिए. मगर, एएसआई ने कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया. इसके चलते कंपनी की ओर से सोल फ्लायर्स को हेलीकॉप्टर से ताजमहल के परिक्षेत्र में चार हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाने और उसके बाद ताजमहल के नजदीक हवा में कलाबाजियां करते हुए यमुना किनारे ताज व्यू प्वाइंट और ताज खेमा के पास उतरने का सपना टूट गया.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि रेड बुल कंपनी ने कार्यक्रम की अनुमति मांगी थी. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में ऐसी गतिविधि नहीं हो सकती है. इसलिए, कंपनी को अनुमति प्रदान नहीं दी है. इधर, एएसआई के अनुमति देने से इनकार करने से कंपनी बैकफुट पर आ गई है. कंपनी के पब्लिक रिलेशंस (पीआर) प्रभारी अमेय जयकर का कहना है कि अभी कार्यक्रम निश्चित नहीं है.
यह भी पढ़ें-आगरा और कानपुर में लंपी वायरस से 5 गोवंशो की मौत, 24 संक्रमित