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डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा नव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र - आगरा समाचार

आगरा के ब्लॉक जगनेर क्षेत्र में लाखों रुपये की लागत से बना नवप्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नौनी डॉक्टरों की बाट जोह रहा है. स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद से ही यहां पर कोई भी स्थायी डॉक्टर नहीं आया है. इससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचिद हैं.

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा नव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा नव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
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Published : Feb 2, 2021, 2:57 PM IST

Updated : Feb 2, 2021, 3:08 PM IST

आगरा: जिले के ब्लॉक जगनेर क्षेत्र में लाखों रुपये से बना नव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नौनी डॉक्टरों की बाट जो रहा है. इस स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक कोई भी स्थायी डॉक्टर नहीं आया है. इससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं.

सरकार ने करीब डेढ़ दशक पूर्व दूरस्थ क्षेत्रों में ग्रामीणों को सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए नव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाए थे. इनमें से कई में अभी तक स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई है. इससे ग्रामीण अभी भी झोलाछापों से इलाज लेने के लिए मजबूर हैं.

अक्सर लगा रहता है ताला

नौनी के निवासियों ने बताया कि नवप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अक्सर ताला लगा रहता है. कभी कभार सफाई कर्मी और फार्मासिस्ट आते हैं. वे भी अपनी ड्यूटी पूरी करके चले जाते है. नौनी में बना स्वास्थ्य केंद्र कई बार सुर्खियों में आया, लेकिन उच्च अधिकारियों और सरकार की उदासीनता के चलते कोई व्यवस्था नहीं हो पाई.

चिकित्सकों की स्थाई नियुक्ति की मांग की

ग्रामीणों ने सरकार से स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की स्थाई नियुक्ति की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार के पास डॉक्टरों की व्यवस्था नहीं थी, तो फिर इसमें लाखों रुपये खर्च क्यों किए थे. मजबूर ग्रामीण झोलाछापों के चुंगल में फंसकर धन के साथ साथ जिंदगी से भी दांव लगा रहे हैं.

आगरा: जिले के ब्लॉक जगनेर क्षेत्र में लाखों रुपये से बना नव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नौनी डॉक्टरों की बाट जो रहा है. इस स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक कोई भी स्थायी डॉक्टर नहीं आया है. इससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं.

सरकार ने करीब डेढ़ दशक पूर्व दूरस्थ क्षेत्रों में ग्रामीणों को सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए नव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाए थे. इनमें से कई में अभी तक स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई है. इससे ग्रामीण अभी भी झोलाछापों से इलाज लेने के लिए मजबूर हैं.

अक्सर लगा रहता है ताला

नौनी के निवासियों ने बताया कि नवप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अक्सर ताला लगा रहता है. कभी कभार सफाई कर्मी और फार्मासिस्ट आते हैं. वे भी अपनी ड्यूटी पूरी करके चले जाते है. नौनी में बना स्वास्थ्य केंद्र कई बार सुर्खियों में आया, लेकिन उच्च अधिकारियों और सरकार की उदासीनता के चलते कोई व्यवस्था नहीं हो पाई.

चिकित्सकों की स्थाई नियुक्ति की मांग की

ग्रामीणों ने सरकार से स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की स्थाई नियुक्ति की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार के पास डॉक्टरों की व्यवस्था नहीं थी, तो फिर इसमें लाखों रुपये खर्च क्यों किए थे. मजबूर ग्रामीण झोलाछापों के चुंगल में फंसकर धन के साथ साथ जिंदगी से भी दांव लगा रहे हैं.

Last Updated : Feb 2, 2021, 3:08 PM IST
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