आगरा: जिले में एत्मादपुर के आवल खेड़ा में युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मस्थली में मंगलवार को राष्ट्रीय गो-विज्ञान कार्यशाला संपन्न हुई. कार्यशाला में समस्त भारतवर्ष के भाई-बहन शामिल हुए. कार्यशाला में गो-पालन और उत्पादन की जानकारी दी गई.
दो दिवसीय कार्यशाला
एत्मादपुर के आवल खेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ में दो-दिवसीय गायत्री शक्तिपीठ आवल खेड़ा द्वारा राष्ट्रीय गो-विज्ञान कार्यशाला का कार्यक्रम शांतिकुंज हरिद्वार के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के देख-रेख में संपन्न हुआ. कार्यशाला में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटका, सहित भारतवर्ष से 150 गोशाला संचालक पहुंचे.
कार्यशाला में लोगों को दी गई जानकारी
कार्यशाला में उत्तर प्रदेश सरकार के गो-सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम नंदन भी उपस्थित रहे. कार्यशाला में बताया गया कि गोधन कैसे बचाए सकता है. पालन-पोषण, रख-रखाव और नस्लों के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही कार्यशाला में नए गोशाला निर्माण और शुरू करने के बारे में जानकारी दी गई. कार्यशाला में गोशालाओं के प्रमुख लोगों को बुलाया गया.
कार्यशाला का उद्देश्य था कि गो-धन को कैसे बचाया जाए. नए गोशालाओं का निर्माण कैसे करें. हमारे गांव के लिए गो माता क्यों आवश्यक है. गो-पालन से कौन-कौन से उत्पादन बनाए जा सकते हैं. कार्यशाला में गोशाला संचालकों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान केदार प्रसाद दुबे, योगेंद्र गिरी, राम यश तिवारी, केसी शर्मा, सुनील सिन्हा, राजकुमार विश्वकर्मा, गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक घनश्याम देवांगन, संजय शर्मा, नंदू कुशवाहा, महेश कोरंगा, गिरीश चंद श्रीवास्तव, दीनदयाल, जितेंद्र प्रज्ञेय, आकाश, राजवीर सहित अन्य उपस्थित रहे.