आगरा: उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने शनिवार को आगरा मेट्रो रेल परियोजना के ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने कॉनकोर्स एवं प्लेटफार्म क्षेत्र में फिनिशिंग एवं ट्रैक समेत अन्य कार्य देखे. मीडिया से रूबरू होने पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि समयबद्धता और सटीकता के साथ परियोजना पूरी करने में यूपीएमआरसी की टीम लगी है. उन्होंने कहा कि विश्वभर में पर्यटन के लिए प्रख्यात आगरा शहर में तेज गति से विश्वस्तरीय मेट्रो का निर्माण हो रहा है. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया मिशन' के तहत आगरा मेट्रो का निर्माण गुजरात के सावली में किया जा रहा है. आगरा मेट्रो के स्टेशनों का डिजाइन भी बेहद आकर्षक है. 2024 तक आगरा में मेट्रो दौड़ने लगेगी.
बता दें कि पीएम मोदी ने 7 दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो परियोजना का वर्चुअली शिलान्यास किया था. आगरा मेट्रो परियोजना 8380 करोड़ रुपये की है. यूपीएमआरसी ने यूरोपियन निवेश बैंक से 4500 करोड़ रुपये का ऋण लिया है. यूपीएमआरसी की 2024 तक आगरा में मेट्रो दौड़ाने की योजना है. यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्रा बताते हैं कि आगरा में करीब 29.4 किलोमीटर के दो काॅरिडोर बनने हैं. इसमें 28 मेट्रो चलेंगी. इसमें से दो मेट्रा आ चुकी हैं. पहले छह किलोमीटर के प्रायरिटी काॅरिडोर में मेट्रो दौड़ेगी. गुजरात के वडोदरा में आगरा में चलने वाली मेट्रो बन रही है. यह स्वदेशी मेट्रो है.
प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में सिविल निर्माण पूरा
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि आगरा मेट्रो प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में सिविल निर्माण पूरा होने के बाद फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में है. सिग्नलिंग, ट्रैक एवं ट्रैक्शन समेत अन्य सिस्टम का काम भी तेज गति हो रहा है. यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण कार्यों को पूर्ण होने में 4 से ज्यादा साल का समय लगेगा. लेकिन, यूपी मेट्रो की ओर से प्रायोरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग को रिकॉर्ड 2 साल से भी कम समय में पूरा करने का लक्ष्य रखा है. इसी लक्ष्य को पाने के लिए यूपी मेट्रो सटीक गुणवत्ता एवं उच्चतम तकनीक का प्रयोग करके बेहद तेज गति के साथ भूमिगत भाग का निर्माण कर रही है. मार्च 2022 में आगरा मेट्रो के भूमिगत भाग का निर्माण शुरू किया गया था.
सात अंडरग्राउंड स्टेशन का सिविल वर्क चल रहा
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि प्रायोरिटी कॉरिडोर (ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद) के 3 किमी लंबे एलिवेटेड सेक्शन पर सिविल निर्माण पूरा कर लिया गया है. फिनिशिंग का काम चल रहा है. रैंप एरिया भी तैयार है. कट एंड कवर एरिया (तीसरा साइट जहां टीबीएम लॉन्च होगा) पर भी काम तेजी से चल रहा है. अंडरग्राउंड सेक्शन में ताजमहल से लेकर आरबीएस कॉलेज तक सभी 7 अंडरग्राउंड स्टेशनों पर सिविल वर्क चल रहा है. टीबीएम 'गंगा' और 'यमुना' वर्तमान में 3 किमी भूमिगत खंड पर काम कर रहे हैं. अप और डाउन लाइन के लिए प्राथमिकता वाले कॉरिडोर और टनलिंग का काम भी तेजी से पूरा होगा. डिपो परिसर में मेट्रो की टेस्टिंग की जा रही है.
सीएम योगी ने टीबीएम की थी लॉन्च
बता दें कि सीएम योगी ने टीबीएम 'यमुना' को 6 फरवरी 2023 को लॉन्च किया था. टीबीएम गंगा ने महज 48 दिन व टीबीएम यमुना ने 72 दिनों के रिकॉर्ड समय में पहला ब्रेकथ्रू कर कीर्तिमान स्थापित किया है. फिलहाल, दोनों टीबीएम आगरा फोर्ट से ताजमहल की दिशा में टनल का निर्माण कर रही हैं. इसके बाद दोनों टीबीएम को ताजमहल मेट्रो स्टेशन के पास से निकालेंगी.
दूसरे कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशन
आगरा कैंट, सदर बाजार, प्रतापपुरा, कलैक्ट्रेट (फ्यूचर स्टेशन-सुभाष पार्क), आगरा कॉलेज, हरीपर्वत, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुलतानगंज, कमला नगर, रामबाग, फाउंड्री नगर, आगरा मंडी और कालिंदी विहार.
आगरा में 29.4 किलोमीटर का मेट्रो ट्रैक
ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है. इसमें 27 स्टेशन होंगे. पहला मेट्रो कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14.25 किमी लंबा है. इसमें 13 स्टेशन हैं. इस कॉरिडोर में छह एलिवेटिड मेट्रो स्टेशन और सात अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन हैं. इसके प्रायोरिटी ट्रैक बनाने का काम फतेहाबाद रोड से जामा मस्जिद तक तेजी से चल रहा है. आगरा मेट्रो का दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 15.40 किमी. लंबा है. इसमें 14 ऐलीवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे.
पहला कॉरिडोर: सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट के स्टेशन
सिकंदरा, गुरु का ताल, आईएसबीटी बस स्टैंड, आरबीएस डिग्री कॉलेज, राजा की मंडी, सेंट जॉन्स कॉलेज (जंक्शन), सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, जामा मस्जिद, आगरा का किला, ताज महल पश्चिमी गेट, फतेहाबाद रोड, बसई, ताज ईस्ट गेट.
दूसरा कॉरिडोर: आगरा कैंट से कालिंदी विहार के स्टेशन
आगरा कैंट, सदर बाजार, प्रतापपुरा, आगरा जिला कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, सेंट जॉन्स कॉलेज (जंक्शन), संजय प्लेस, एमजी रोड, नेहरू नगर, सुल्तान गंज, कमला नगर, रामबाग, फाउंड्री नगर, मंडी समीति, कालिंदी विहार.
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट पर नजर
8379 करोड़ रुपये का मेट्रो प्रोजेक्ट, 4300 करोड़ रुपये का ऋण यूरोपियन निवेश बैंक, 1820 करोड़ रुपये से बन रहे सात भूमिगत स्टेशन, 273 करोड़ रुपये से बन रहे तीन एलिवेटिड स्टेशन, 112 करोड़ रुपये से बन रहा पीएसी मैदान में डिपो, 29 किमी. लंबाई के दो मेट्रो कॉरिडोर बनेंगे शहर में, 27 मेट्रो स्टेशन दो मेट्रो कॉरिडोर के ट्रैक पर बनेंगे, 20 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन और सात अंडरग्राउंड स्टेशन.
यह भी पढ़ें: आगरा में केंद्रीय मंत्री और मुख्य सचिव ने 10 विभूतियों को ब्रज रत्न से किया सम्मानित