ETV Bharat / state

आगरा: नकल में गिरफ्तार MBBS छात्रों को कोर्ट से मिली जमानत

author img

By

Published : Oct 22, 2020, 12:31 PM IST

यूपी के आगरा जिले में स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस परीक्षा में नकल करते पकड़े गए सभी 10 स्टूडेंटस को कोर्ट से जमानत मिल गई है. वहीं, बुधवार को 2 अन्य छात्र भी नकल करते पकड़े गए हैं.

छात्रों को कोर्ट से मिली जमानत.
छात्रों को कोर्ट से मिली जमानत.

आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस परीक्षा में हाईटेक तरीके से नकल करते पकड़े गए सभी 10 स्टूडेंटस को कोर्ट से जमानत मिल गई है. पुलिस अभी नकल कराने वाले सीनियर्स की तलाश में लगी हुई है. वहीं, बुधवार को एमबीबीएस का एक स्टूडेंट और एक बीएएमएस का स्टूडेंट नकल करते पकड़ा गया है.

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए छात्र
मंगलवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में चल रही एमबीबीएस की परीक्षा में एत्मादपुर स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज के 10 स्टूडेंट्स हाईटेक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए. स्टूडेंट ने कक्ष निरीक्षक और उड़नदस्ता को चकमा देने के लिए ब्लूटूथ डिवाइस अपनी त्वचा के रंग की मंगवाई थी. दिल्ली और आगरा में बैठे सॉल्वर सीनियर्स उन्हें नकल करा रहे थे.

पुलिस ने गहनता से की पूछताछ
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि हाईटेक तरीके से नकल करते धरे गए मेडिकल छात्रों से गहनता से पूछताछ हुई है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तहरीर के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसके बाद स्टूडेंट को कोर्ट में पेश किया गया. वहीं बुधवार को दो और छात्र नकल करते पकड़े गए हैं.

हाईटेक तरीके से नकल करने वाले स्टूडेंट्स एमबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल (पार्ट वन) नेत्र विज्ञान के छात्र हैं. मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार छात्रों को थाना न्यू आगरा लाया गया. सूचना पर छात्रों के परिजन पहुंचे. इस दौरान आरोपित फूट-फूट कर रोने लगे. सभी छात्र शर्मिंदगी महसूस कर रहे थे.

प्रशासन करेगा सख्त कार्रवाई
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस और बीएएमएस की परीक्षाओं में लगातार नकलची पकड़े जाने से प्रशासन सख्त कार्रवाई के मूड में नजर आ रहा है.

छात्रों ने त्वचा के रंग की मंगवाई थी डिवाइस
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में हाईटेक तरीके से नकल करते पकड़े गए एमबीबीएस स्टूडेंटस से पूछताछ में एक नया खुलासा किया. इस दौरान पूछताछ में पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खरीदने में भी कारस्तानी की गई थी. कक्ष निरीक्षक और उड़नदस्ता को चकमा देने के लिए आरोपियों ने ब्लूटूथ डिवाइस अपनी त्वचा के रंग की मंगवाई थी. इस मामले में पुलिस ने सभी सॉल्वर की कुंडली खंगाल ली है और जल्द ही सॉल्वर की गिरफ्तारी हो जाएगी.

पहले भी प्रतियोगी परीक्षाओं में ब्लू टूथ डिवाइस से नकल पकड़ी जा चुकी है. तब डिवाइस अलग रंग की पकड़ी गई थीं, जो कान में लगी साफ नजर आती थीं. जबकि एमबीबीएस स्टूडेंट से जब्त की गई, डिवाइस त्वचा के रंग की है. ऑनलाइन ऑर्डर देने से पहले वेबसाइट पर डिवाइस देखी गई थी. त्वचा के रंग से मिलान करके ही ऑर्डर दिए गए. परीक्षा के दौरान सभी छात्रों ने मास्क लगा रखे थे. इसलिए बोलने में उनके होंठ हिलते नजर नहीं आ रहे थे.

यूएफएम कमेटी परीक्षार्थियों पर लेगी फैसला
हाईटेक नकलचियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय अनफेयर मीन (यूएफएम) कमेटी लेगी. मामले को कमेटी में रखा जाएगा. परीक्षा 13 अक्टूबर से ही चल रही है और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस 20 अक्टूबर को पकड़ी गई है. आशंका जताई जा रही है कि 20 अक्टूबर से पहले हुई परीक्षाओं में आरोपी परीक्षार्थियों ने नकल किया गया होगा.

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव कुमार का कहना है कि मामले में उन्होंने पुलिस को तहरीर दे दी है. पुलिस यह जांच करेगी कि नकल के रैकेट में कौन-कौन शामिल है. परीक्षार्थियों के खिलाफ विश्वविद्यालय नियमानुसार कार्रवाई करेगा. पुलिस की जांच में विश्वविद्यालय या फिर किसी कॉलेज से जुड़े किसी का नाम आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- आगरा के अंबेडकर विवि में नकल करते पकड़े गए MBBS के 10 छात्र

आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस परीक्षा में हाईटेक तरीके से नकल करते पकड़े गए सभी 10 स्टूडेंटस को कोर्ट से जमानत मिल गई है. पुलिस अभी नकल कराने वाले सीनियर्स की तलाश में लगी हुई है. वहीं, बुधवार को एमबीबीएस का एक स्टूडेंट और एक बीएएमएस का स्टूडेंट नकल करते पकड़ा गया है.

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए छात्र
मंगलवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में चल रही एमबीबीएस की परीक्षा में एत्मादपुर स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज के 10 स्टूडेंट्स हाईटेक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए. स्टूडेंट ने कक्ष निरीक्षक और उड़नदस्ता को चकमा देने के लिए ब्लूटूथ डिवाइस अपनी त्वचा के रंग की मंगवाई थी. दिल्ली और आगरा में बैठे सॉल्वर सीनियर्स उन्हें नकल करा रहे थे.

पुलिस ने गहनता से की पूछताछ
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि हाईटेक तरीके से नकल करते धरे गए मेडिकल छात्रों से गहनता से पूछताछ हुई है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तहरीर के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसके बाद स्टूडेंट को कोर्ट में पेश किया गया. वहीं बुधवार को दो और छात्र नकल करते पकड़े गए हैं.

हाईटेक तरीके से नकल करने वाले स्टूडेंट्स एमबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल (पार्ट वन) नेत्र विज्ञान के छात्र हैं. मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार छात्रों को थाना न्यू आगरा लाया गया. सूचना पर छात्रों के परिजन पहुंचे. इस दौरान आरोपित फूट-फूट कर रोने लगे. सभी छात्र शर्मिंदगी महसूस कर रहे थे.

प्रशासन करेगा सख्त कार्रवाई
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस और बीएएमएस की परीक्षाओं में लगातार नकलची पकड़े जाने से प्रशासन सख्त कार्रवाई के मूड में नजर आ रहा है.

छात्रों ने त्वचा के रंग की मंगवाई थी डिवाइस
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में हाईटेक तरीके से नकल करते पकड़े गए एमबीबीएस स्टूडेंटस से पूछताछ में एक नया खुलासा किया. इस दौरान पूछताछ में पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खरीदने में भी कारस्तानी की गई थी. कक्ष निरीक्षक और उड़नदस्ता को चकमा देने के लिए आरोपियों ने ब्लूटूथ डिवाइस अपनी त्वचा के रंग की मंगवाई थी. इस मामले में पुलिस ने सभी सॉल्वर की कुंडली खंगाल ली है और जल्द ही सॉल्वर की गिरफ्तारी हो जाएगी.

पहले भी प्रतियोगी परीक्षाओं में ब्लू टूथ डिवाइस से नकल पकड़ी जा चुकी है. तब डिवाइस अलग रंग की पकड़ी गई थीं, जो कान में लगी साफ नजर आती थीं. जबकि एमबीबीएस स्टूडेंट से जब्त की गई, डिवाइस त्वचा के रंग की है. ऑनलाइन ऑर्डर देने से पहले वेबसाइट पर डिवाइस देखी गई थी. त्वचा के रंग से मिलान करके ही ऑर्डर दिए गए. परीक्षा के दौरान सभी छात्रों ने मास्क लगा रखे थे. इसलिए बोलने में उनके होंठ हिलते नजर नहीं आ रहे थे.

यूएफएम कमेटी परीक्षार्थियों पर लेगी फैसला
हाईटेक नकलचियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय अनफेयर मीन (यूएफएम) कमेटी लेगी. मामले को कमेटी में रखा जाएगा. परीक्षा 13 अक्टूबर से ही चल रही है और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस 20 अक्टूबर को पकड़ी गई है. आशंका जताई जा रही है कि 20 अक्टूबर से पहले हुई परीक्षाओं में आरोपी परीक्षार्थियों ने नकल किया गया होगा.

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव कुमार का कहना है कि मामले में उन्होंने पुलिस को तहरीर दे दी है. पुलिस यह जांच करेगी कि नकल के रैकेट में कौन-कौन शामिल है. परीक्षार्थियों के खिलाफ विश्वविद्यालय नियमानुसार कार्रवाई करेगा. पुलिस की जांच में विश्वविद्यालय या फिर किसी कॉलेज से जुड़े किसी का नाम आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- आगरा के अंबेडकर विवि में नकल करते पकड़े गए MBBS के 10 छात्र

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.