आगरा : जिले के थाना जगदीशपुरा का ये मामला हैै. यहां बीती 21 जुलाई की रात में फैक्ट्री के पीछे खाली जगह में नाबालिग लड़के का शव मिला था. शव के हाथ पैर बिजली के केबल से बंधे थे. लाश पर कई जगह चाकू से वार किए गए थे. पुलिस ने शव को पंचनामे के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी थी.
हत्या के नृशंस तरीके को देखकर पुलिस की जांच अवैध संबंध या किसी और रंजिश की तरफ जा रही थी. तभी अगले दिन मृतक के परिजन उसकी गुमशुदगी लिखाने पहुंचे, जिसके बाद शव की शिनाख्त रितिक पुत्र राजकुमार निवासी इटावा के रूप में हुई. पता चला कि युवक की उम्र मात्र 16 साल थी. वो आगरा में रहकर बैट्री रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पाल रहा था. पुलिस ने जब सीसीटीवी की मदद ली, उसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया. सतीश पुत्र मोहन जाटव और राजाबाबू उर्फ भगौना पुत्र ओमप्रकाश दोनों निवासी मलपुरा शक के घेरे में आ गए.
पुलिस ने जब इनसे सख्ती से पूछताछ की तो इन्होंने अपना अपराध कबूल लिया. बताया कि शराब की लत को पूरा करने की नीयत से सोची-समझी साजिश के तहत किसी रिक्शा चालक को घर शिफ्ट कराने के बहाने शिकार करने की सोची थी. इसके बाद रितिक इनकी बातों में आ गया. इसके बाद दोनों ने कमरे पर ले जाकर लड़के का गला दबाया और उस पर चाकू से कई वार किए. मौत के बाद हाथ पैर बिजली की केबल से बांधकर शव को ओम फैक्ट्री के पीछे फेंक दिया. उसके बाद आरोपियों ने रिक्शा से बैटरी निकाल कर रिक्शा भी एक स्थान पर छोड़ दिया. वहीं अभियुक्त बैट्री बेचने निकले पर बेच नहीं पाए. पुलिस ने पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
मामले में एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि सीसीटीवी के जरिये आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आये. इनके पास से रिक्शा, बैट्री, मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त चाकू व केबल बरामद हुई है. दोनों को हत्या और लूट के मुकदमे में जेल भेजा गया हैै.