आगरा: मानसिक चिकित्सालय में संविदा कर्मचारी के जिला मुख्यालय पर मोबाइल के टावर पर चढ़ने का ड्रामा 12 घण्टे बाद आखिर समाप्त हो गया. प्रशासन द्वारा लिखित मांग मानने के आश्वासन के बाद सुभाष टावर से उतर आया है. हालांकि अभी उसकी गिरफ्तारी के मामले में संशय बना हुआ है.
क्या है पूरा मामला-
- मानसिक चिकित्सालय में तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की छंटनी करके 21 कर्मचारियों को निकाल दिया गया था और उनका दो माह का वेतन भी बकाया था.
- मंगलवार को उनमें से एक कर्मचारी सुभाष सुबह जिला मुख्यालय में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया.
- हंगामे के बाद सिटी मैजिस्ट्रेट, एसपी सिटी, सीओ समते तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
- काफी कोशिश के बाद भी सुभाष अपनी मांगे पूरी न होने पर उतरने को तैयार नहीं था और उसने प्रशासन को तीन बजे तक का अल्टीमेटम दे दिया था.
- इसके बाद प्रशासन ने उसकी सभी मांगों पर लिखित आश्वासन दिया.
- इसके बाद जब उसे उतारने की कोशिश की गई तो उनके इंतजाम नाकाफी देख सुभाष खुद नीचे उतर आया.
- प्रशासन ने तत्काल उसकी कंपनी के ठेकेदार को बुलाकर 13 हजार रुपये बकाया दिलवाया और मांगे मानी जाने की बात कही.