आगरा: सेंट्रल जेल में कैदी शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाएंगे, लेकिन इस बार कान्हा के जन्म महोत्सव पर आमजन के लिए सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे. इससे आमजन काफी मायूस हैं.
इस बार जम्मू-कश्मीर से अलगाववादी संगठनों से जुड़े हुए 56 कैदियों के आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने से जन्माष्टमी के दिन आम जनता की आगरा सेंट्रल जेल में एंट्री नहीं होगी. सुरक्षा के लिहाज से जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.
धूमधाम से मनायी जाती है जन्माष्टमी
आगरा सेंट्रल जेल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी जाती थी. दो साल पहले जेल प्रशासन ने जन्माष्टमी पर आम जनता के लिए रात 9 से 12 बजे तक जेल के दरवाजे खोलने की पहल की थी, जिससे आमजन जेल में कैदियों द्वारा सजायी गई झांकियों को देख सकें. आमजन जेल में चेकिंग के बाद जाते थे. इस दौरान वह अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा सकते थे.
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भव्य तरीके से सजायी जाती हैं झांकी
जन्माष्टमी को लेकर बंदी पहले से अपनी तैयारियां शुरू कर देते थे. जेल को भव्य तरीके से सजाया जाता है. जेल प्रशासन भी इसमें बंदियों की मदद करता है. बंदी झांकियां सजाने के साथ ही प्रसाद भी बनाते हैं. जन्माष्टमी की देर रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता था. सभी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव में धूमधाम से शामिल होते. फिर प्रसाद वितरण किया जाता था. इस बार बंदी शहीद भगत सिंह पार्क के पास स्थित मंदिर में जन्माष्टमी मनाएंगे. मगर आमजन इस जन्माष्टमी महोत्सव में उत्साहवर्धन के लिए शामिल नहीं हो सकेंगे.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने से आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए कैदियों के चलते यहां की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. सेंट्रल जेल के बाहर पीएसी तैनात है और बैरियर लगा दिए गए हैं. हर आने-जाने वाले पर पीएसी के जवानों की नजर है. इसके साथ ही खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां जेल के बाहर की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं.
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जम्मू कश्मीर से आए अलगाववादी संगठन से जुड़े कैदियों की चलते जेल प्रशासन और जिला प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. सुरक्षा की दृष्टि से इस बार जन्माष्टमी महोत्सव पर जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.
जन्माष्टमी पर सेंट्रल जेल में बंदी और कैदियों द्वारा बहुत ही सुंदर झांकियां सजाई जाती है, कार्यक्रम होते हैं. बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इस बार आमजन के लिए जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-शैलेश कुमार, नागरिकहम 2 साल से जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल में सजाई जाने वाली झांकियां और जन्मोत्सव समारोह में शामिल हो रहे थे, लेकिन अभी पता चला है कि इस बार आगरा सेंट्रल जेल में आमजन नहीं आ जा सकेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-विजय बघेल, नागरिक