ETV Bharat / state

आगरा सेंट्रल जेल में जन्म लेंगे कन्हैया, आमजन को नहीं मिलेगी एंट्री - आगरा सेंट्रल जेल

आगरा सेंट्रल जेल में हर साल की तरह इस बार भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनायी जाएगी, लेकिन इस बार आमजन भगवान की सुंदर झांकियों को नहीं देख पाएंगे. जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी.
author img

By

Published : Aug 23, 2019, 8:21 PM IST

आगरा: सेंट्रल जेल में कैदी शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाएंगे, लेकिन इस बार कान्हा के जन्म महोत्सव पर आमजन के लिए सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे. इससे आमजन काफी मायूस हैं.

आगरा सेंट्रल जेल में आमजन को नहीं मिलेगी एंट्री.

इस बार जम्मू-कश्मीर से अलगाववादी संगठनों से जुड़े हुए 56 कैदियों के आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने से जन्माष्टमी के दिन आम जनता की आगरा सेंट्रल जेल में एंट्री नहीं होगी. सुरक्षा के लिहाज से जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

धूमधाम से मनायी जाती है जन्माष्टमी
आगरा सेंट्रल जेल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी जाती थी. दो साल पहले जेल प्रशासन ने जन्माष्टमी पर आम जनता के लिए रात 9 से 12 बजे तक जेल के दरवाजे खोलने की पहल की थी, जिससे आमजन जेल में कैदियों द्वारा सजायी गई झांकियों को देख सकें. आमजन जेल में चेकिंग के बाद जाते थे. इस दौरान वह अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा सकते थे.

ये भी पढ़ें: अब तक 56 कैदी जम्मू-कश्मीर से आगरा जेल किए गए शिफ्ट, मुलाकात पर पाबंदी!

भव्य तरीके से सजायी जाती हैं झांकी

जन्माष्टमी को लेकर बंदी पहले से अपनी तैयारियां शुरू कर देते थे. जेल को भव्य तरीके से सजाया जाता है. जेल प्रशासन भी इसमें बंदियों की मदद करता है. बंदी झांकियां सजाने के साथ ही प्रसाद भी बनाते हैं. जन्माष्टमी की देर रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता था. सभी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव में धूमधाम से शामिल होते. फिर प्रसाद वितरण किया जाता था. इस बार बंदी शहीद भगत सिंह पार्क के पास स्थित मंदिर में जन्माष्टमी मनाएंगे. मगर आमजन इस जन्माष्टमी महोत्सव में उत्साहवर्धन के लिए शामिल नहीं हो सकेंगे.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने से आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए कैदियों के चलते यहां की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. सेंट्रल जेल के बाहर पीएसी तैनात है और बैरियर लगा दिए गए हैं. हर आने-जाने वाले पर पीएसी के जवानों की नजर है. इसके साथ ही खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां जेल के बाहर की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं.

ये भी पढ़ें: ...अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी बोलेंगे फर्राटेदार अंग्रेजी, सिखाने आ रहा है 'रेडियो गुरु'

जम्मू कश्मीर से आए अलगाववादी संगठन से जुड़े कैदियों की चलते जेल प्रशासन और जिला प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. सुरक्षा की दृष्टि से इस बार जन्माष्टमी महोत्सव पर जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

जन्माष्टमी पर सेंट्रल जेल में बंदी और कैदियों द्वारा बहुत ही सुंदर झांकियां सजाई जाती है, कार्यक्रम होते हैं. बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इस बार आमजन के लिए जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-शैलेश कुमार, नागरिक

हम 2 साल से जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल में सजाई जाने वाली झांकियां और जन्मोत्सव समारोह में शामिल हो रहे थे, लेकिन अभी पता चला है कि इस बार आगरा सेंट्रल जेल में आमजन नहीं आ जा सकेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-विजय बघेल, नागरिक

आगरा: सेंट्रल जेल में कैदी शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाएंगे, लेकिन इस बार कान्हा के जन्म महोत्सव पर आमजन के लिए सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे. इससे आमजन काफी मायूस हैं.

आगरा सेंट्रल जेल में आमजन को नहीं मिलेगी एंट्री.

इस बार जम्मू-कश्मीर से अलगाववादी संगठनों से जुड़े हुए 56 कैदियों के आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने से जन्माष्टमी के दिन आम जनता की आगरा सेंट्रल जेल में एंट्री नहीं होगी. सुरक्षा के लिहाज से जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

धूमधाम से मनायी जाती है जन्माष्टमी
आगरा सेंट्रल जेल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी जाती थी. दो साल पहले जेल प्रशासन ने जन्माष्टमी पर आम जनता के लिए रात 9 से 12 बजे तक जेल के दरवाजे खोलने की पहल की थी, जिससे आमजन जेल में कैदियों द्वारा सजायी गई झांकियों को देख सकें. आमजन जेल में चेकिंग के बाद जाते थे. इस दौरान वह अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा सकते थे.

ये भी पढ़ें: अब तक 56 कैदी जम्मू-कश्मीर से आगरा जेल किए गए शिफ्ट, मुलाकात पर पाबंदी!

भव्य तरीके से सजायी जाती हैं झांकी

जन्माष्टमी को लेकर बंदी पहले से अपनी तैयारियां शुरू कर देते थे. जेल को भव्य तरीके से सजाया जाता है. जेल प्रशासन भी इसमें बंदियों की मदद करता है. बंदी झांकियां सजाने के साथ ही प्रसाद भी बनाते हैं. जन्माष्टमी की देर रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता था. सभी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव में धूमधाम से शामिल होते. फिर प्रसाद वितरण किया जाता था. इस बार बंदी शहीद भगत सिंह पार्क के पास स्थित मंदिर में जन्माष्टमी मनाएंगे. मगर आमजन इस जन्माष्टमी महोत्सव में उत्साहवर्धन के लिए शामिल नहीं हो सकेंगे.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने से आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए कैदियों के चलते यहां की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. सेंट्रल जेल के बाहर पीएसी तैनात है और बैरियर लगा दिए गए हैं. हर आने-जाने वाले पर पीएसी के जवानों की नजर है. इसके साथ ही खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां जेल के बाहर की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं.

ये भी पढ़ें: ...अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी बोलेंगे फर्राटेदार अंग्रेजी, सिखाने आ रहा है 'रेडियो गुरु'

जम्मू कश्मीर से आए अलगाववादी संगठन से जुड़े कैदियों की चलते जेल प्रशासन और जिला प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. सुरक्षा की दृष्टि से इस बार जन्माष्टमी महोत्सव पर जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

जन्माष्टमी पर सेंट्रल जेल में बंदी और कैदियों द्वारा बहुत ही सुंदर झांकियां सजाई जाती है, कार्यक्रम होते हैं. बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इस बार आमजन के लिए जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-शैलेश कुमार, नागरिक

हम 2 साल से जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल में सजाई जाने वाली झांकियां और जन्मोत्सव समारोह में शामिल हो रहे थे, लेकिन अभी पता चला है कि इस बार आगरा सेंट्रल जेल में आमजन नहीं आ जा सकेंगे, इससे थोड़ी सी मायूसी है.
-विजय बघेल, नागरिक

Intro:जन्माष्टमी स्पेशल
डेस्क ध्यानार्थ.
इस खबर में पहले जय कन्हैया लाल की वाला वीडियो उपयोग किया जाए . और उसके बाद इसमें भगवान श्री कृष्ण के बाल लीलाओं के फोटो और वीडियो भी उपयोग किए जाएं तो शानदार पैकेज बनाया जा सकता है.

आगरा.
आगरा सेंट्रल जेल में कैदी और बंदी शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाएंगे. मगर कान्हा के जन्म महोत्सव पर इस बार आमजन के लिए सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे. इससे आमजन मायूस हैं, एक पहल के तहत आगरा सेंट्रल जेल में आमजन को जन्माष्टमी की रात नौ बजे से आम जनता को एंट्री दी जाती थी. जन्माष्टमी पर बंदी और कैदियों की ओर से जेल परिसर को भव्य तरीके से सजाया जाता है. कैदी झांकियां सजाते हैं, जिन्हें लोग देखने आते थे. इस बार जम्मू-कश्मीर से अलगाववादी संगठनों से जुड़े हुए 56 कैदियों के आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने से जन्माष्टमी के दिन आम जनता की आगरा सेंट्रल जेल में एंट्री नहीं होगी. सुरक्षा के लिहाज से आगरा सेंट्रल जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.


Body:बता दें कि, आगरा सेंट्रल जेल में भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती थी. इसे देखते हुए दो साल पहले आगरा सेंट्रल जेल प्रशासन ने जन्माष्टमी पर आम जनता के लिए रात नौ बजे से 12 बजे तक जेल के दरवाजे खोलने की पहल की थी. आमजन जेल में चेकिंग के बाद जाते और अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा सकते थे. जिससे आमजन जेल में कैदियों की सजाई गई झांकियों को देख सकें. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देख सकें. क्योंकि, जन्माष्टमी को लेकर के बंदी पहले से अपनी तैयारियां शुरू कर देते थे. जन्माष्टमी पर जेल को भव्य सजाया जाता है. जेल प्रशासन भी इस में बंदियों को मदद करता है. बंदी झांकियां सजाने के साथ ही प्रसाद भी बनाते हैं. जन्माष्टमी की देर रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता था. सभी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव में धूमधाम से शामिल होते. फिर प्रसाद वितरण किया जाता था. इस बार जेल में जन्माष्टमी का आयोजन होगा. बंदी शहीद भगत सिंह पार्क के पास स्थित मंदिर में जन्माष्टमी मनाएंगे. मगर आमजन इस जन्माष्टमी महोत्सव में उत्साहवर्धन के लिए शामिल नहीं हो सकेंगे.

यूं उठाया गया कदम
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने से ही आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए कैदियों के चलते यहां की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. सेंट्रल जेल के बाहर पीएसी तैनात है. और बैरियर लगा दिए गए. हर आने-जाने वाले पर पीएसी के जवानों की नजर है. इसके साथ ही खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की जेल के बाहर की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं. सेंट्रल जेल प्रशासन से जन्माष्टमी पर आमजन को नहीं बुलाने की सिफारिश की है. क्योंकि, जम्मू कश्मीर से आए अलगाववादी संगठन से जुड़े कैदियों की चलते जेल प्रशासन और जिला प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. सुरक्षा की दृष्टि से इस बार जन्माष्टमी महोत्सव पर जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

आगरा के शैलेश कुमार का कहना है कि, जन्माष्टमी पर सेंटर जेल में बंदी और कैदियों के द्वारा बहुत ही सुंदर झांकियां सजाई जाती थी. कार्यक्रम होते हैं. बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इस बार आमजन के लिए अब जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल के दरवाजे नहीं खुलेंगे. इससे थोड़ी सी मायूसी है.

ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी विजय बघेल का कहना है कि, हम 2 साल से जन्माष्टमी पर आगरा सेंट्रल जेल में सजाई जाने वाली झांकियां और जन्मोत्सव समारोह में शामिल हो रहे थे, लेकिन अभी पता चला है कि इस बार आगरा सेंट्रल जेल में आमजन नहीं आ जा सकेंगे. इससे थोड़ी सी है.


Conclusion: जन्माष्टमी पर सुरक्षा की दृष्टि से आगरा सेंट्रल जेल के दरवाजे आमजन के लिए नहीं खुलेंगे. क्योंकि आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए जम्मू कश्मीर के कैदियों के चलते अलर्ट हैं. ऐसे में सुरक्षा से जेल प्रशासन कोई समझौता नहीं करना चाहता है.
.......
पहली बाइट शैलेष कुमार, आम नागरिक की।
दूसरी बाइट विजय बघेल, आम नागरिक की।
.....।
श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.