आगरा: जनपद के अकोला में आज यानी शनिवार को राष्ट्रीय लोकदल(आरएलडी) की किसान महापंचायत है. जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पहुंचे हैं. पंचायत स्थल पर पहुंचने पर रालोद के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने उनका जोशीला स्वागत किया. इस दौरान उन्हें किसी ने हल तो किसी ने लाठी भेंट की. नए कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलकर रालोद किसानों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है. अकोला में हो रही किसान महापंचायत में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान जयंत चौधरी ने कहा कृषि बिल की मनमानी किसानों पर नहीं थोपी जाएगी. जयंत चौधरी ने कहा कि किसान बिल के नाम पर किसानों के साथ छल हो रहा है, जो नहीं होने दिया जाएगा. किसान के बेटे उद्योगपति नहीं हैं. किसानों के बेटे आईएएस, आईपीएस, खिलाड़ी हैं नहीं तो सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहे हैं. उन्हीं किसानों को आज आतंकवादी, टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य बोला जा रहा है. ऐसा हरगिज बर्दाश्त नहीं होगा.
'भाजपा के सांसद भी कहीं के नहीं रहे'
जयंत चौधरी ने कहा कि 2019 में सब लोगों ने वोट किया. बीजेपी की 303 सीटें आईं. 303 यानी 'थ्री नॉट थ्री' यह वही राइफल है. जो अब आउटडेटेड हो चुकी है. भाजपा के सदस्य भी आउटडेटेड हो चुके हैं, वे परेशान हैं. किसानों के बीच में जा नहीं पा रहे हैं. किसानों के साथ जो हो रहा है उसको बता भी नहीं पा रहे हैं.
'गांव के गांव गोल कीजिए'
संबोधन में जयंत चौधरी ने कहा कि आज यह मौका है कि आप लोग सब एकजुट हों. धर्म के नाम पर नहीं जात के नाम पर नहीं सिर्फ विकास के लिए एकजुट हों. किसानों के लिए एकजुट हों. गांव के गांव गोल करें. तभी जीत होगी. उन्होंने कहा मेरा यह भी कहना है कि किसान नहीं झुकेगा. किसान की बात जायज है इसीलिए 3 महीने होने वाले हैं किसान धरने पर बैठा हुआ है. जब तक यह कानून वापस नहीं लिए जाएंगे. आपकी जीत नहीं होगी.
'यूपी में भ्रष्टाचार अपार'
जयंत चौधरी ने अपने संबोधन में यूपी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा 2017 में जब योगी बाबा सीएम बने तब उन्होंने कहा था कि विकास की गंगा बहेगी. उन्होंने किसानों के लिए अलग से आयोग बनाने की बात भी कही थी. इसके बाद आयोग भी बनाया गया उसके अध्यक्ष भी खुद सीएम योगी हैं. बावजूद इसके 4 साल हो गए आयोग की एक बैठक भी नहीं हुई.
'पुलिस पर भी प्रहार, माफिया बेखौफ'
प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी जयंत चौधरी ने योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, आज यूपी में पुलिस भी सुरक्षित नहीं है. माफिया बेखौफ हैं, पुलिस पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा किसानों की महापंचायत के लिए पुलिसकर्मियों को लाठी डंडे लेकर बुलैट प्रूफ जैकेट पहना करके तैनात किया गया है. अरे इनको बदमाशों के पीछे भेजिए, न की किसानों के पीछे. यह तो किसानों के बेटे हैं.
'सीएम तक पीएम मोदी थे अच्छे'
जयंत चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, तब तक अच्छे थे. लेकिन, पीएम बनने के बाद उन्होंने एक भी काम किसान हित में नहीं किया है. भले ही संसद में उन्होंने आंसू बहाए हैं लेकिन वह किसानों के लिए नहीं. उनके आंसू उद्योगपतियों के लिए थे. हम दो और हमारे दो. यह कहावत बिल्कुल चरितार्थ हो रही है. उन्होंने कहा अंबानी और अडानी बीजेपी के दो लोग हैं. चाहे कोई भी टेंडर हो, एयरपोर्ट का टेंडर हो या बड़ी-बड़ी परियोजनाओं का सब इन्हीं दोनों लोगों को ही मिलते हैं. 2014 के बाद से लगातार अडानी और अंबानी बंधुओं का कारोबार बढ़ता जा रहा है. तमाम परियोजनाएं इन्हीं को मिल रही हैं.
'चौधरी अजीत ने रोका था तब'
इस दौरान जयंत चौधरी ने चौधरी अजीत सिंह को लेकर एक वाकया साझा किया. उन्होंने कहा कि जब चौधरी अजीत सिंह सिंह मंत्रिमंडल में शामिल थे. तब किसानों पर टैक्स लगाने का उन्होंने विरोध किया था.यही वजह थी कि उस समय किसानों पर टैक्स नहीं लगा. अगर चौधरी अजीत सिंह ऐसा नहीं करते तो किसानों पर तभी से टैक्स लगने लगता.
'किसान और युवाओं के ठाठ होंगे'
जयंत चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि रालोद किसानों की अपनी और पुरानी पार्टी है. आप अपनी पार्टी पर फिर से भरोसा जताइए. रालोद का हाथ पकड़ेंगे. हम उस हाथ पकड़ने वाले को कभी नहीं भूलेंगे. इससे किसान और युवाओं की ठाठ होगी.
'महापंचायत में नहीं शामिल नेताओं के दरवाजे बंद'
जयंत चौधरी ने मंच से रालोद नेताओं को भी चेतावनी दी. जो इस महापंचायत में शामिल नहीं हुए. वे यह न सोचे कि उन्हें चुनाव में टिकट मिल जाएगी. उनके लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद हैं. रालोद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर किसानों से मिलें. उनकी समस्याओं को समझें. इससे पार्टी का किसानों में विश्वास बढ़ेगा. रालोद ही नहीं भाजपा के भी जो नेता यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं. वह भी अभी से रालोद के साथ जुड़ सकते हैं. जनता और किसान की बात करेंगे.
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