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Agra News : इस बार इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम 'विश्व बंधुत्व G20', जानिए कितनी होगी एंट्री फीस - आगरा में ताज महोत्सव

आगरा में ताज महोत्सव 18 से 27 फरवरी तक शिल्पग्राम में लगेगा. इस बार इसकी थीम 'विश्व बंधुत्व G20' है. ताज महोत्सव की एंट्री फीस बहुत कम रखी गई है. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कलाकारों के नामों का चयन हो रहा है.

international fair taj mahotsav
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Published : Feb 15, 2023, 11:48 AM IST

आगरा: इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम से G20 से जुड़ गया है. इस साल इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम 'विश्व बंधुत्व G20' है. G20 देशों की बैठक में व्यस्त जिला प्रशासन, नगर निगम, एडीए और अन्य विभाग अब इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की तैयारी में जुट गए हैं. जो थीम ताज महोत्सव की तय हुई है, उसी के मुताबिक, शिल्पग्राम में तैयारियां शुरू हो गई हैं.

शिल्पग्राम के प्रवेश द्वार पर इंडिया गेट और बुलंद दरवाजा की कलाकृति बनाई जा रही है. इसके साथ ही मुक्ताकाशीय मंच भी आकार लेने लगा है. शिल्पग्राम परिसर में शिल्पियों के स्टॉल बनाने का काम भी शुरू हो गया है. आयोजन समिति की ओर से ताज महोत्सव में एंट्री फीस 50 रुपये निर्धारित की गई है. अभी नाइट के सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कलाकारों के नाम फाइनल नहीं हुए हैं.

बता दें कि सन् 1992 में आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत हुई थी. तब शिल्पग्राम में 18 फरवरी से 27 फरवरी तक ताज महोत्सव लगता था, जो कम समय में ही इंटरनेशनल फेयर बन गया है. कोरोना की वजह से 2021 में ताज महोत्सव नहीं हुआ था. फिर, 2022 में विधानसभा चुनाव की वजह से ताज महोत्सव मार्च में हुआ था. इस बार ताज महोत्सव को 18 से 27 फरवरी तक भव्य तरीके शिल्पग्राम में लगाया जा रहा है. ताज महोत्सव में प्रवेश के लिए शिल्पग्राम में दो गेट बनाए जा रहे हैं. इसमें एक को इंडिया गेट और दूसरे गेट को बुलंद दरवाजा का रूप दिया गया है. शिल्पग्राम परिसर में यहां लगभग 30 दुकानें तैयार हो गई हैं. परिसर में देश के अलग-अलग प्रदेशों के शिल्पी अपने स्टॉल लगाएंगे. इसमें शिल्पी अपने उत्पाद की बिक्री करेंगे. इसके साथ ही ताज महोत्सव में खानपान के स्टॉल भी लगेंगे. विजिटर्स के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के झूले भी लगाए जाएंगे.

कश्मीर का सूट, बंगाल की कांथा साड़ी भी

ताज महोत्सव में देश भर से हस्त शिल्पी अपने उत्पाद लेकर आते हैं. इससे शिल्पग्राम मिनी भारत बन जाता है. यहां पर सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, कश्मीर का सूट और पसमीना की शॉल, फरीदाबाद का टेराकोटा, पश्चिम बंगाल की कांथा साड़ी, वाराणसी की सिल्क साड़ी, बिहार का सिल्क, लखनऊ के चिकन वस्त्र, आंध्र प्रदेश का क्रोशिया, खुर्जा की पॉटरी और आसाम का केन फर्नीचर का स्टॉल लगाया जाता है.

50 रुपये एंट्री फीस, ताजमहल की टिकट पर फ्री एंट्री

ताज महोत्सव में विजिटर्स के लिए प्रति विजिटर एंट्री फीस 50 रुपये है. तीन वर्ष तक के बच्चों की एंट्री फ्री है. इसके साथ ही जो पर्यटक ताजमहल देखकर ताज महोत्सव में जाएंगे तो उन्हें ताजमहल का टिकट दिखाने पर फ्री एंट्री दी जाएगी. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए ताज महोत्सव में फ्री एंट्री की व्यवस्था की गई है. स्कूल यूनिफार्म में 100 स्कूली बच्चों के समूह के लिए टिकट 500 रुपये रहेगी. स्कूली बच्चों के साथ दो शिक्षकों का प्रवेश निशुल्क होगा. मुक्ताकाशी मंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अलग से कोई टिकट नहीं होगा.

यह भी पढ़ें: Svachchh Bhaarat Mishan: रिसोर्स रिकवरी सेंटर से स्वच्छता को मिलेगी रफ्तार, महिलाओं ने संभाला मोर्चा

आगरा: इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम से G20 से जुड़ गया है. इस साल इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम 'विश्व बंधुत्व G20' है. G20 देशों की बैठक में व्यस्त जिला प्रशासन, नगर निगम, एडीए और अन्य विभाग अब इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की तैयारी में जुट गए हैं. जो थीम ताज महोत्सव की तय हुई है, उसी के मुताबिक, शिल्पग्राम में तैयारियां शुरू हो गई हैं.

शिल्पग्राम के प्रवेश द्वार पर इंडिया गेट और बुलंद दरवाजा की कलाकृति बनाई जा रही है. इसके साथ ही मुक्ताकाशीय मंच भी आकार लेने लगा है. शिल्पग्राम परिसर में शिल्पियों के स्टॉल बनाने का काम भी शुरू हो गया है. आयोजन समिति की ओर से ताज महोत्सव में एंट्री फीस 50 रुपये निर्धारित की गई है. अभी नाइट के सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कलाकारों के नाम फाइनल नहीं हुए हैं.

बता दें कि सन् 1992 में आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत हुई थी. तब शिल्पग्राम में 18 फरवरी से 27 फरवरी तक ताज महोत्सव लगता था, जो कम समय में ही इंटरनेशनल फेयर बन गया है. कोरोना की वजह से 2021 में ताज महोत्सव नहीं हुआ था. फिर, 2022 में विधानसभा चुनाव की वजह से ताज महोत्सव मार्च में हुआ था. इस बार ताज महोत्सव को 18 से 27 फरवरी तक भव्य तरीके शिल्पग्राम में लगाया जा रहा है. ताज महोत्सव में प्रवेश के लिए शिल्पग्राम में दो गेट बनाए जा रहे हैं. इसमें एक को इंडिया गेट और दूसरे गेट को बुलंद दरवाजा का रूप दिया गया है. शिल्पग्राम परिसर में यहां लगभग 30 दुकानें तैयार हो गई हैं. परिसर में देश के अलग-अलग प्रदेशों के शिल्पी अपने स्टॉल लगाएंगे. इसमें शिल्पी अपने उत्पाद की बिक्री करेंगे. इसके साथ ही ताज महोत्सव में खानपान के स्टॉल भी लगेंगे. विजिटर्स के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के झूले भी लगाए जाएंगे.

कश्मीर का सूट, बंगाल की कांथा साड़ी भी

ताज महोत्सव में देश भर से हस्त शिल्पी अपने उत्पाद लेकर आते हैं. इससे शिल्पग्राम मिनी भारत बन जाता है. यहां पर सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, कश्मीर का सूट और पसमीना की शॉल, फरीदाबाद का टेराकोटा, पश्चिम बंगाल की कांथा साड़ी, वाराणसी की सिल्क साड़ी, बिहार का सिल्क, लखनऊ के चिकन वस्त्र, आंध्र प्रदेश का क्रोशिया, खुर्जा की पॉटरी और आसाम का केन फर्नीचर का स्टॉल लगाया जाता है.

50 रुपये एंट्री फीस, ताजमहल की टिकट पर फ्री एंट्री

ताज महोत्सव में विजिटर्स के लिए प्रति विजिटर एंट्री फीस 50 रुपये है. तीन वर्ष तक के बच्चों की एंट्री फ्री है. इसके साथ ही जो पर्यटक ताजमहल देखकर ताज महोत्सव में जाएंगे तो उन्हें ताजमहल का टिकट दिखाने पर फ्री एंट्री दी जाएगी. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए ताज महोत्सव में फ्री एंट्री की व्यवस्था की गई है. स्कूल यूनिफार्म में 100 स्कूली बच्चों के समूह के लिए टिकट 500 रुपये रहेगी. स्कूली बच्चों के साथ दो शिक्षकों का प्रवेश निशुल्क होगा. मुक्ताकाशी मंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अलग से कोई टिकट नहीं होगा.

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