आगरा: पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से खनन माफिया चंबल नदी का सीना छलनी कर रहे हैं. हर दिन चंबल नदी से अवैध बालू खनन कर लाखों रुपये का कारोबार किया जा रहा है. पुलिस प्रशासन भी इसे रोकने में नाकाम है. वर्तमान में थाना मनसुखपुरा क्षेत्र के करकौली चंबल नदी घाट पर पानी कम होने से ऊंटों के जरिए बालू का अवैध खनन किया जा रहा है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से वन विभाग की नींद गायब है. वीडियो के जरिए खनन माफिया की पहचान की जा रही है.
यूपी की सीमा में की जा रही बालू की खपत
जानकारी के अनुसार चंबल नदी का जलस्तर कम होते ही मध्य प्रदेश की सीमा में ऊंटों से बालू का अवैध खनन शुरू हो गया है. ऊंटों पर बालू लाद कर माफिया चंबल नदी पार कर यूपी की सीमा में उसे खपा रहे हैं. नेस्टिंग सीजन में अवैध खनन से घड़ियाल, मगरमच्छ और कछुओं के अण्डे नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है. वन विभाग वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर अवैध खनन करने वालों की पहचान करने में जुटी है.
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मंसुखपुरा के करकौली घाट के वायरल वीडियो में चंबल नदी पार कर मध्य प्रदेश से बालू से लदे श्रृंखलाबद्ध ऊंट दिख रहे हैं. नदी का जलस्तर कम होने की वजह से खननकर्ता जोखिम उठा रहे हैं. ऐसे में खनिज बालू में घड़ियाल मगरमच्छ और कछुओं के अण्डों के कुचले जाने का खतरा बढ़ गया है. बाह के रेंजर आरके सिंह राठौड़ ने बताया कि एमपी से बालू का अवैध खनन कर ऊंटों से बाह रेंज की सीमा में खपाया जा रहा है. खननकर्ताओं की पहचान कर केस दर्ज किया जाएगा.