आगरा: थाना पिनाहट क्षेत्र में एक ही समुदाय के दो पक्ष घरों के सामने खाली पड़ी जमीन पर निर्माण को लेकर आमने-सामने आ गए. इसमें एक पक्ष ने तीन वर्ष पूर्व हुई हत्या के मामले का हवाला देते हुए घर की दीवार पर दबंगों के डर से घर बिकाऊ लिखवा दिया था. इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मामले की जांच की तो खाली पड़ी जमीन वन विभाग की निकली.
पिनाहट थाना क्षेत्र का मामला
पिनाहट थाना क्षेत्र में तीन वर्ष पूर्व 30 अप्रेल 2018 को एक ही परिवार के दो पक्षों में किशोरी से छेड़खानी को लेकर हुए विवाद में किशोरी के पिता मोहम्मद सफी की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. इसमें 6 लोगों पर गैर इरादतन हत्या के आरोप में पुलिस ने कार्रवाई की थी. इसके बाद जेल भेज दिया गया था. रविवार शाम मृतक के भाई यूनुस खान ने पूर्व में हुई भाई की हत्या का हवाला देते हुए दबंगों के डर से राजीनामा का दबाव बनाने का मामला बताकर अपने घर की दीवार पर लिखवा दिया कि मकान बिकाऊ है. इसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया.
सोमबार को सीओ पिनाहट सौरभ सिंह, एसओ पिनाहट प्रदीप कुमार चतुर्वेदी, उपजिलाधाकारी बाह अब्दुल बासित और राजस्व की टीम के साथ वन विभाग की टीम मोके पर पहुंची. पता चला कि मामला जमीन विवाद का है. मृतक का भाई यूनुस घर के बाहर जमीन पर निर्माण कर रहा था, जिसको दूसरा पक्ष जलाउद्दिन व सलीम अपनी बता रहा थे. वहीं, राजस्व टीम ने पैमाइस की तो जमीन वन विभाग की निकली.
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मृतक के परिजन जमीन पर कब्जा करने के लिए दूसरे पक्ष पर हत्या के आरोप में धमकाने व राजीनामा का आरोप लगा रहे थे. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की पूछताछ में ग्रामीणों के अनुसार मामला पूरी तरह से गलत बताया गया. इसी संदर्भ में उप जिलाधिकारी बाह अब्दुल बासित ने बताया कि जमीन वन विभाग की है. अवैध कब्जा करने के लिए दीवार पर लिखकर नाटक किया गया. पुलिस प्रशासन की जांच में मामला पूरी तरह साफ हो गया है. गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं.