आगरा: ताजनगरी के शहीदनगर में एक दिन पूर्व स्थानीय निवासियों ने अपने घरों पर मकान बिकाऊ होने के पोस्टर लगा दिए. यहां अवैध रूप से चल रहीं मीट की दुकानों से लोग परेशान हो चुके थे और उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया था. एक साथ कई परिवारों के पलायन की खबर के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली और कई बड़े अधिकारी ने इलाके का दौरा किया. इस दौरान मीट की दुकानों को बंद कराया गया और स्थानीय लोगों को सुरक्षित और भयमुक्त माहौल देने का भरोसा दिलाया.
खबर के बाद हरकत में आया प्रशासन
एक साथ तमाम परिवारों के पलायन की खबर के बाद प्रशासन जाग गया और मौके पर अधिकारियों की भीड़ लग गई. सुबह से शाम तक वहां सीओ से लेकर एसएसपी बबलू कुमार तक पहुंच गए. अधिकारियों के समझाने के बाद भी स्थानीय लोग घर बेचने की बात भूलने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद कार्रवाई करते हुए एक ही दिन के अंदर प्रशासन ने वहां चल रही सभी अवैध दुकानों को हटा दिया और खुद अधिकारियों ने जाकर लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया. एडीएम सिटी केपी सिंह ने कहा कि क्षेत्र के लोगों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है और उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी.
सूचना मिली थी कि शहीद नगर में अवैध तरीके से मीट की दुकानें चलाई जा रही हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. सावन का महीना शुरु हो गया है, इसलिए इलाके की सभी मीट दुकानों को बंद करा दिया गया है. स्थानीय लोगों को सुरक्षित और भयमुक्त माहौल दिया जाएगा. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- के पी सिंह, एडीएम सिटी
आगरा में चुनिंदा दुकानों पर कच्चा मीट बेचने का लाइसेंस है. अधिकांश के पास रेस्टोरेंट का लाइसेंस है. मीट बेचने के लिए एयरकंडीशन, फ्रीजर और मोटी पॉलीथिन के अंदर ढककर रखना जरूरी है. खुलेआम मीट के कारोबार से स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.