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ज्ञानवापी मामले पर कोर्ट का फैसला आने के बाद हिंदूवादियों ने मनाया जश्न, गूंजे जय श्रीराम के जयकारे - आदि विश्वेश्वर

आगरा समेत यूपी के कई जिलों में ज्ञानवापी मामले पर आए कोर्ट के फैसले को लेकर जश्न मनाया गया. इस दौरान बाबा विश्वनाथ, बाबा भोले और जय श्री राम के जयकारे के जयकारे भी खूब गूंजे.

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Published : Sep 12, 2022, 7:22 PM IST

Updated : Sep 12, 2022, 8:29 PM IST

आगराः काशी के ज्ञानवापी मामले में कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका को स्वीकार कर लिया. इससे देशभर के हिंदुओं में खुशी की लहर है. आगरा में हिंदूवादी संगठनों ने ढोल बजाकर जश्न मनाया. सेंट जोंस चौराहे पर हिंदूवादी संगठन के नेता और पदाधिकारियों ने लड्डू का वितरण किया. इस दौरान बाबा विश्वनाथ, बाबा भोले और जय श्री राम के जयकारे खूब गूंजे.

राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट

जश्न मना रहे हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने बताया कि यह हमारी पहली जीत है. एक बार फिर जिस तरह से बाबरी मस्जिद की जगह भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है. वैसे ही बाबा विश्वनाथ की नगरी में भी ज्ञानवापी मस्जिद की जगह कोर्ट के आदेश पर या हिंदूओं की मांग पर महादेव का भव्य मंदिर बनेगा. इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी संत हैं. सीएम योगी का बयान था कि हिंदुस्तान ही नहीं पूरे विश्व में सनातन धर्म की पताका फहरेगी. निश्चित तौर पर आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भगवा लहरा रहा है. यह सनातन धर्म की बहुत बड़ी जीत है.

वाराणसी में मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने मनाया जश्न
ज्ञानवापी मामले में अदालत का फैसला आते ही वाराणसी के सुभाष भवन में मुस्लिम महिला फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान शिव की आरती कर बैण्ड-बाजे के साथ जश्न मनाया. मुस्लिम महिलाओं ने 'ओम नमः शिवाय' के साथ आरती कर यह संदेश दिया कि वे किसी कीमत पर नफरत नहीं फैलने देंगी. काशी की गंगा जमुनी तहजीब को बर्बाद नहीं होने देंगी.

पढ़ेंः ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामला, जानिये राजनीतिक दलों ने क्या कहा

वहीं, इस संबंध में मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि जब हमारे पूर्वज हिंदू थे तो वे तो आदि विश्वेश्वर की पूजा करते ही थे. आदि विश्वेश्वर पर कोई मुगल आक्रांता औरंगजेब कब्जा कैसे कर सकता है. मुगलों के पाप और कलंक को कोई मुसलमान न ढोए. मंदिर तोड़ा गया इसके हजारों सबूत हैं. हिंदू दुनिया का महान सहिष्णु कौम है, इसलिए अपने सबसे पवित्र स्थान को औरंगजेब के पाप से मुक्ति के लिए अदालत का सहारा ले रहा है. हम सभी अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं.

वहीं, इस अवसर पर इतिहासकार एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि मासिर-ए-आलमगीरी में स्पष्ट रूप से साकी मुस्तईद खान ने औरंगजेब के मंदिर तोड़ने की बात लिखी है. 1710 ई. में लिखी गयी पुस्तक सबसे बड़ा प्रमाण है. मुस्लिम पक्ष को अपना दावा छोड़ देना चाहिए. भारत के किसी मुसलमान को मंगोलों का पक्ष नहीं लेना चाहिए. आज का फैसला वर्षों पहले हुए अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जीत की पहली सीढ़ी है.

अलीगढ़ में रुद्राभिषेक कर मनाया जश्न
अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र में स्थित अचल ताल पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ज्ञानवापी श्रंगार गौरी मामले पर कोर्ट का फैसला आने पर भगवान शंकर का रुद्राभिषेक कर भगवान का भोग लगाया और प्रसाद वितरण किया. इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भारी तादाद में पुलिस बल भी तैनात रहा. बजरंग दल के जिला अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा बनारस कोर्ट द्वारा दिया गया डिसीजन ऐतिहासिक डिसीजन है, जो स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.

महाराजगंज में ज्ञानवापी फैसले पर भाजपा नेता ने लोगों में बांटी मिठाई
महाराजगंज जिले में ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी केस में वाराणसी कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए हिंदू पक्ष की दलील को मान लिया है. जिला जज अजय कृष्णा विश्वेश ने श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजन-दर्शन की अनुमति की मांग वाली याचिका को सुनवाई के लायक माना है. इस मामले में अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी.

कोर्ट के इस फैसले को लेकर हिंदू पक्ष काफी खुश है. इसको लेकर महराजगंज जिले के नौतनवा नगर के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अटल चौक पर लोगों में मिठाई वितरण कर खुशी का इजहार किया.

भाजपा नेता जितेंद्र जायसवाल ने कहा कि जिस तरह से बनारस के जिला कोर्ट ने फैसला सुनाया है उससे हिंदू और सनातन धर्म को मानने वाले लोग काफी खुश हैं, जिसको देखते हुए आज हिंदू धर्म के लोग जश्न मना रहे हैं और निश्चित रूप से सनातन धर्म की विजय हुई है.

पढ़ेंः ज्ञानवापी केस में कोर्ट का फैसला, जारी रहेगी पूजा मामले की सुनवाई

आगराः काशी के ज्ञानवापी मामले में कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका को स्वीकार कर लिया. इससे देशभर के हिंदुओं में खुशी की लहर है. आगरा में हिंदूवादी संगठनों ने ढोल बजाकर जश्न मनाया. सेंट जोंस चौराहे पर हिंदूवादी संगठन के नेता और पदाधिकारियों ने लड्डू का वितरण किया. इस दौरान बाबा विश्वनाथ, बाबा भोले और जय श्री राम के जयकारे खूब गूंजे.

राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट

जश्न मना रहे हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने बताया कि यह हमारी पहली जीत है. एक बार फिर जिस तरह से बाबरी मस्जिद की जगह भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है. वैसे ही बाबा विश्वनाथ की नगरी में भी ज्ञानवापी मस्जिद की जगह कोर्ट के आदेश पर या हिंदूओं की मांग पर महादेव का भव्य मंदिर बनेगा. इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी संत हैं. सीएम योगी का बयान था कि हिंदुस्तान ही नहीं पूरे विश्व में सनातन धर्म की पताका फहरेगी. निश्चित तौर पर आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भगवा लहरा रहा है. यह सनातन धर्म की बहुत बड़ी जीत है.

वाराणसी में मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने मनाया जश्न
ज्ञानवापी मामले में अदालत का फैसला आते ही वाराणसी के सुभाष भवन में मुस्लिम महिला फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान शिव की आरती कर बैण्ड-बाजे के साथ जश्न मनाया. मुस्लिम महिलाओं ने 'ओम नमः शिवाय' के साथ आरती कर यह संदेश दिया कि वे किसी कीमत पर नफरत नहीं फैलने देंगी. काशी की गंगा जमुनी तहजीब को बर्बाद नहीं होने देंगी.

पढ़ेंः ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामला, जानिये राजनीतिक दलों ने क्या कहा

वहीं, इस संबंध में मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि जब हमारे पूर्वज हिंदू थे तो वे तो आदि विश्वेश्वर की पूजा करते ही थे. आदि विश्वेश्वर पर कोई मुगल आक्रांता औरंगजेब कब्जा कैसे कर सकता है. मुगलों के पाप और कलंक को कोई मुसलमान न ढोए. मंदिर तोड़ा गया इसके हजारों सबूत हैं. हिंदू दुनिया का महान सहिष्णु कौम है, इसलिए अपने सबसे पवित्र स्थान को औरंगजेब के पाप से मुक्ति के लिए अदालत का सहारा ले रहा है. हम सभी अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं.

वहीं, इस अवसर पर इतिहासकार एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि मासिर-ए-आलमगीरी में स्पष्ट रूप से साकी मुस्तईद खान ने औरंगजेब के मंदिर तोड़ने की बात लिखी है. 1710 ई. में लिखी गयी पुस्तक सबसे बड़ा प्रमाण है. मुस्लिम पक्ष को अपना दावा छोड़ देना चाहिए. भारत के किसी मुसलमान को मंगोलों का पक्ष नहीं लेना चाहिए. आज का फैसला वर्षों पहले हुए अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जीत की पहली सीढ़ी है.

अलीगढ़ में रुद्राभिषेक कर मनाया जश्न
अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र में स्थित अचल ताल पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ज्ञानवापी श्रंगार गौरी मामले पर कोर्ट का फैसला आने पर भगवान शंकर का रुद्राभिषेक कर भगवान का भोग लगाया और प्रसाद वितरण किया. इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भारी तादाद में पुलिस बल भी तैनात रहा. बजरंग दल के जिला अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा बनारस कोर्ट द्वारा दिया गया डिसीजन ऐतिहासिक डिसीजन है, जो स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.

महाराजगंज में ज्ञानवापी फैसले पर भाजपा नेता ने लोगों में बांटी मिठाई
महाराजगंज जिले में ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी केस में वाराणसी कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए हिंदू पक्ष की दलील को मान लिया है. जिला जज अजय कृष्णा विश्वेश ने श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजन-दर्शन की अनुमति की मांग वाली याचिका को सुनवाई के लायक माना है. इस मामले में अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी.

कोर्ट के इस फैसले को लेकर हिंदू पक्ष काफी खुश है. इसको लेकर महराजगंज जिले के नौतनवा नगर के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अटल चौक पर लोगों में मिठाई वितरण कर खुशी का इजहार किया.

भाजपा नेता जितेंद्र जायसवाल ने कहा कि जिस तरह से बनारस के जिला कोर्ट ने फैसला सुनाया है उससे हिंदू और सनातन धर्म को मानने वाले लोग काफी खुश हैं, जिसको देखते हुए आज हिंदू धर्म के लोग जश्न मना रहे हैं और निश्चित रूप से सनातन धर्म की विजय हुई है.

पढ़ेंः ज्ञानवापी केस में कोर्ट का फैसला, जारी रहेगी पूजा मामले की सुनवाई

Last Updated : Sep 12, 2022, 8:29 PM IST
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