आगराः देश के कई जिलों में लगने वाले मेले और तमाशों में अपनों से बिछड़े बच्चों को गृह मंत्रालय के ऑपरेशन मुस्कान ने मिला दिया है. आगरा और झांसी रेल डिवीजन की रेलवे पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत साल 2018 से लापता चल रहे बच्चो को ढूंढ निकाला. करीब 210 बच्चे रेस्क्यू किये गए. जिसमें 15 बच्चे नाबालिग भी हैं.
अपनो को देख सीखा, फहीम और अश्वनी के खिले चेहरे
ऑपरेशन मुश्कान के तहत खोजे गए 210 बच्चो में से 15 बच्चे नाबालिग हैं. जो कई जिलों में लगने वाले मेले और तमाशों में खो गए थे. इनमें सीखा, फहीम और अश्वनी अपनों से मिलके खुश दिखाई दिए. सीखा ओर फहीम मेले में और अश्वनी घर वालो की डांट से नाराज़ होकर घर छोड़ गया था.
आस पास के स्टेशनों से बरामदगी
रेलवे एसपी ने बताया कि जितने भी बच्चे लापता हुए थे. उन्हें वहां के स्टेशनों और धार्मिक स्थलों से रेस्क्यू किया गया है. ये बच्चे भीख मांग रहे थे और वहीं मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे थे. जिन्हें अब खोजकर परिजनों के सुपुर्द किया जा रहा है.
बहरहाल आगरा और झांसी रेलवे पुलिस की मेहनत से 210 बच्चे अपने परिजनों से मिल पाये. लेकिन देश में ऐसे कई लापता बच्चे ऐसे भी हैं. जिनका अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है. इसको लेकर सरकार ने ऑपरेशन मुस्कान की भी शुरुआत की है. जिसकी वजह से कई लापता बच्चे अपनों से मिल पा रहे हैं.